कोरिया का झुमका जलाशय पर्यटन के मानचित्र में होगा शीघ्र शामिल
पर्यटक लेंगे हाउस बोट व शिकारा बोट का आनंद, छत्तीसगढ़ का पहला शिकारा बोट कोरिया में होगा
कोरिया । प्रकृति के गोद में बसे और हरियाली की चादर से ढंके छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले के झुमका जलाशय शीघ्र पर्यटन के मानचित्र में शामिल होगा। आज कोरबा लोकसभा सांसद श्रीमती ज्योत्सना चरण दास महंत ने झुमका जलाशय में पर्यटन क्षेत्र के विकास के लिए हाऊस बोट, शिकारा बोट निर्माण का भूमिपूजन किया। जिला प्रशासन कोरिया ने पर्यटन की असीम संभावनाओं से भरे झुमका जलाशय को पर्यटन स्थल के रूप में बढ़ावा देने के लिए अनेक कार्य योजना तैयार की है ताकि जिले और छत्तीसगढ़ सहित देश के पर्यटक भी ब़ड़ी संख्या में झुमका बांघ पहुंच सके।
विदित हो कि 350 हेक्टेयर में फैले झुमका बांध को देखने यहां पर्यटकों का तांता लगा रहता है। विगत वर्ष ‘झुमका महोत्सव’ बहुत ही धूमधाम से मनाया गया था, जिसमें जिले सहित आसपास के हजारों पर्यटक यहां पहुंचे हुए थे। आज झुमका जलाशय के लिए लगभग तीन करोड़ रूपए की लागत से दो हाउस बोट एवं पांच शिकारा बोट का भूमिपूजन किया गया। सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत ने इस अवसर पर कहा कि यह हम सबके लिए गौरव की बात है कि प्रकृति की इस अनमोल धरा पर अब संभवतः छत्तीसगढ़ का पहला शिकारा बोट इस झुमका जलाशय में होगा। श्रीमती महंत ने यह भी कहा अब कश्मीर, केरल जाने के बजाय कोरिया आकर शिकारा बोट का लुफ्त उठाएंगे। साथ ही यह झुमका जलाशय बालीवुड व छालीवुड के लिए भी काफी उपयोगी साबित होगी, उन्होंने हेलीपेड भी बनाने की बात कही ताकि देश के अलग-अलग राज्यों से बड़ी संख्या में पर्यटक यहां पहुंच सके।
शिकारा बोट किसे कहते हैं-शिकारा एक प्रकार की लकड़ी की नाव है, जो मुख्यतः जम्मू और कश्मीर के श्रीनगर शहर की डल झील में प्रयोग में लाई जाती है। जम्मू कश्मीर के अलावा शिकारे जैसी नावंय केरल राज्य में भी प्रयोग की जाती है। भूमिपूजन के अवसर पर संसदीय सचिव श्रीमती अंबिका सिंहदेव ने कहा कि झुमका जलाशय में पर्यटकों के लिए तमाम सुविधा उपलब्ध कराए जा रहे हैं, ऐसे में यहां के रखरखाव की जिम्मेदारी हम सबकी है। जिला कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह ने कहा कि इस खूबसूरत झुमका जलाशय में जो विकास कार्यों की भूमिपूजन हो रहा है, वह कोरियावासियों को समर्पित हैं। हाउस बोट एवं शिकारा बोट हो जाने से छत्तीसगढ़ व देश के पर्यटक भी बड़ी संख्या में यहां आएंगे साथ ही उन्होंने यह भी कि स्थानीय लोगों को ही रोजगार दिया जाएगा। झुमका बांध में बांस से बने रेस्टोरेंट, शुलभ शौचालय, बच्चों के लिए खेल मैदान, आइसलैण्ड, उद्यान, मोटर बोट आदि सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी।