रथयात्रा से पहले रास्ते में झाड़ू लगाते हैं ओडिशा के राजा, मंचन ने खींचा ध्यान

जांजगीर चांपा@मनोज शर्मा। प्रत्येक व्यक्ति चाहे वह सामान्यजन हो या सम्राट, सभी के जीवन में कई बार ऐसी परिस्थिति उत्पन्न हो जाती है, जिसमें व्यक्ति अपने पर से विश्वास खो देता है। ऐसे समय में लोगों को भगवान का ही सहारा होता है, जिनसे प्राप्त संबल से अपना आत्मविश्वास फिर से प्राप्त करते हैं। कुछ यही बताते नाटक के किरदारों ने अपनी प्रस्तुति से लोगों का ध्यान खिंचा है। प्रस्तुति शहर के लिंक रोड स्थित मयंक होटल में वृंदावन भक्त कुटीर के सौजन्य से दी गई, जो पूरी तरह रथयात्रा के घटनाक्रमों पर आधारित रही।

इसका शुभारंभ ओडिसा के तत्कालीन राजा के जीवन से हुआ, जिसमें जगन्नाथ पुरी में परंपराओं का विशेष उल्लेख किया गया। जिसमें रथयात्रा के पहले राजा द्वारा सड़क की सफाई करना शामिल है, जिस परंपरा का निर्वहन आज भी राजसी परिवार के सदस्य करते आ रहे हैं। सफाई की औपचारिकता सोने के झाडू से की जाती है। रथयात्रा के घटनाक्रमों की प्रस्तुति के दौरान कलाकारों का प्रदर्शन इतना शानदार रहा कि उपस्थित लोग सोचते रहे कि यह घटनाक्रम चलता रहे। इस दौरान कलाकारों ने जाति प्रथा पर भी प्रहार किया, जिसकी सभी लोगों ने मुक्तकंठ से सराहना की। रथयात्रा के पूर्व इस तरह के आयोजन को लेकर शहर में कई तरह की प्रतिक्रिया सामने आई, जिसमें सभी का मानना रहा कि यह आयोजन छोटे स्तर के बजाए अगले वर्ष एक बड़े स्थान पर आयोजित होना चाहिए। महाप्रभु जगन्नाथ की भव्य यात्रा कल महाप्रभु जगन्नाथ के रथ की रस्सी खींचने श्रद्धालु आतुर है। भव्य यात्रा 20 को निकाली जाएगी। यह रथयात्रा केरा रोड संतोषी मंदिर से निकलकर कचहरी चौक, नेताजी चौक होते हुए रायगढ़ राइसमिल नैला, सत्संग भवन के पास पूरी होगी। जांजगीर-नैला हिन्दू समाज श्री जगन्नाथ रथयात्रा समिति द्वारा इसमें सहयोग किया जा रहा है। वृंदावन भक्ति कुटीर इस्कान द्वारा कीर्तन, विशेष रथ व स्वादिष्ट महाप्रसाद का आयोजन होगा।

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