chhattisgarh big breaking : केंद्र सरकार द्वारा एमएसपी बढ़ाए जाने को लेकर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद अरुण साव और नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल की संयुक्त प्रेस वार्ता, पत्रकार वार्ता में भाजपा का भूपेश सरकार पर तीखा हमला, कांग्रेस की सरकार किसान विरोधी
रायपुर । भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने आज एक संयुक्त प्रेसवार्ता को सम्बोधित किया। अरूण साव ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए और कहा कि भाजपा की सरकार ने हमेशा किसानों की तरक्की और बेहतरी के लिए कार्य किया है। केंद्र सरकार ने एमएसपी में बढ़ोतरी करके किसानों को बड़ी सौगात दी है।
केन्द्र सरकार द्वारा किसानों की तरक्की के लिए अलग-अलग योजनाएं लाई गई और मोदी सरकार ने पिछले 9 साल में धान के न्यूनतम समर्थन मूल्य में 873 रुपए की वृद्धि की,राज्य में धान खरीदी का सिस्टम भाजपा के शासनकाल में बना था। 2014 से पहले 70 लाख किसानों को समर्थन मूल्य का लाभ मिलता था,वर्तमान में एक करोड़ 31 लाख इनकी संख्या हुई है।
जहां भूपेश सरकार पर तीखा हमला करते हुए साव ने कहा राज्य सरकार किसानों को अमानक वर्मी कम्पोस्ट खरीदने को मजबूर कर रही है। सरकार ने किसानों से बड़े बड़े वादा और दावा किये परन्तु वो भी पूरा नहीं हुआ। किसानों के पंप कनेक्शन और बिजली बिल पर बड़े बड़े वादा किये पंप कनेक्शन की पूरी राशि पहले से जमा कर किसान आज भी कनेक्शन के लिए भटक रहे हैं। किसानों की इन समस्याओं पर इस सरकार को जवाब देना पड़ेगा।
वहीं नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री से हम मांग करता हूं कि जनघोषणा पत्र में जो वादा किया था कि हम सभी किसानों का कर्ज़ा माफ़ करेंगे परंतु मुझे जो जानकारी है जो इन्होंने विधानसभा के पटल में रखीं हैं कि जिन किसानों ने राष्ट्रीयकृत बैंक से लोन लिया था उन सभी किसानों का कर्ज आज तक माफ नहीं किया है। कब तक ये कर्ज़े माफ़ करेंगे ये बताये। इसके साथ ही जिन किसानों ने निजी बैंको से कर्ज़ा लिया है इस पर आज तक मुख्यमंत्री का कोई बयान नहीं आया है।
मुख्यमंत्री ने कहा था कि वो सिंचाई के रकबे को दुगना करेंगे परंतु आज तक एक इंच रकबा भी इन साढ़े चार साल में नहीं बढ़ा है। ऐसे ही कई मसलें है जिन पर हम मुख्यमंत्री का जवाब चाहते हैं। आज छत्तीसगढ़ का किसान हर प्रश्न का जवाब चाहता है यदि सरकार जवाब नहीं देंगी तो चुनाव में किसान जवाब देगा और इस सरकार को बदल देंगे।