रिपोर्टर : सुभाष मिश्रा
रीवा/मप्र। रीवा जिला तरांयी आंचल का महत्व पूर्ण पुलिस थाना जवा का हमेशा से ही शांति प्रिय क्षेत्र रहा है, लेकिन विगत एक वर्ष से पुलिस थाना जवा में अपहरण अंधी जघन्य हत्याओं लावारिस लाशें मिलना घरों दुकानों में हो रही चोरियों सहित अन्य अपराधों की बाढ़ सी आ गई है. पुलिस की निष्क्रियता के चलते एक ओर जहां आम जनमानस में त्राहि-त्राहि मची हुई है। वही अपराधियों की बल्ले बल्ले है वा सैंया भये कोतवाल तो डर काहे का वाली कहावत चरितार्थ हो रही है।
ज्ञात हो कि रीवा जिला का महत्वपूर्ण पुलिस थाना जवा का यदि रिकॉर्ड चेक किया जाय तो जबसे पुलिस अधीक्षक रीवा विवेक सिंह द्वारा पुलिस थाना जवा में निरीक्षक अजय सोब्रागड़े की पदस्थापना की गई है, तबसे पुलिस थाना प्रभारी जवा के निष्क्रियता के चलते जघन्य हत्या रेप चोरी सहित अन्य अपराधों की बाढ़ सी आ गई है या किसी भी घटना का खुलासा ना हो पाना जवा पुलिस के साथ साथ पुलिस अधीक्षक रीवा को चुनौती दे रही है।
इस संबंध में पीड़ितों सहित विश्वस्त सूत्रों का कहना है कि जवा पुलिस की अपराधियों से सांठगांठ रात दिन टमस नदी में हो रहे अवैध उत्खनन अवैध परिवहन व गांव-गांव खुलवाई गई सराब पैकारी की दुकानों से अपना हिस्सा बसूली में लगे रहते हैं। वही नियमित गस्त ना होने के कारण लगातार अपराध बढते जा रहे है। घटित अपराधों की सूचना नामजद होने के बावजूद पुलिस द्वारा पीड़ितों को ही डाट फटकार थाने से भगा देती है वा जिसकी लगातार शिकायत पीड़ितों द्वारा पुलिस अधीक्षक रीवा से भी की जाती रही है उसके बावजूद कोई भी कार्रवाई ना किया जाना विभागीय जांच का बिषय है।
लगातार घटित अपराधों से एक ओर आम जन मानस जवा बाजार के व्यापारियों त्राहि-त्राहि मची हुई है, वहीं अपराधी धड़ल्ले से अपराध कर फुर्र हो जाते हैं थाना पुलिस देखती रह जाती है। आम जनमानस ने आई जी रीवा सहित पुलिस अधीक्षक रीवा का ध्यानाकर्षण कराकर थाना प्रभारी जवा सहित अन्य बर्षो से जमे पुलिस स्टाप का स्थानांतरण कर लाइन हाजिर करने एवं नये थाना प्रभारी की नियुक्ति की मांग की है जिससे घटित अपराधों का खुलासा के साथ साथ आम जनता जनार्दन को न्याय भी मिल सके।