जशपुरनगर। मुख्यमंत्री साय छत्तीसगढ़ को पर्यटन के क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए सार्थक प्रयास कर रहे हैं। और उसका साकारात्मक परिणाम भी देखने को मिला है। जशपुर जिले का नाम www.easemytrip.com में शामिल हो गया है। जशपुर पहला जिला बन गया है। हरी भरी वादियों को घूमने के लिए पर्यटन प्रेमी इस वेबसाइट साइट का उपयोग कर सकते हैं। साइट के माध्यम से पूरी जानकारी दी गई है। जशपुर आने के लिए सड़क माध्यम है। इसके लिए नजदीक का राजधानी रांची से हवाई यात्रा या ट्रेन के माध्यम से यात्रा की जा सकती है । तत्पश्चात रांची से जशपुर आने के लिए बस की सुविधा रहती है । या प्राइवेट टेक्सी या स्वयं के वाहन से भी जशपुर पहुंचा जा सकता है। इसी प्रकार उड़ीसा मार्ग से झारसुगुड़ा से भी आसानी से जशपुर पहुंचा जा सकता है।
जिला प्रशासन द्वारा पर्यटन के क्षेत्र में अनेक गतिविधियां आयोजित की जाती है। पर्यटन के लिए जशपुर, जहां रोमांच, संस्कृति और प्रकृति का संगम है। छत्तीसगढ़ के उत्तरी भाग में स्थित, यह छिपा हुआ रत्न शहरी जीवन शैली से और भागदौड़ की जिंदगी से सुकून का अहसास दिलाता है। प्रकृति को नजदीक से जानने के लिए एक आदर्श स्थान है। चाहे वह हरे-भरे चाय बागानों हो , रॉक क्लाइम्बिंग के रोमांच को अपनाना हो, या अपने आदिवासी समुदायों की जीवंत परंपराओं में खुद को नजदीक से जानना हो, जशपुर हर यात्री के लिए एक अनूठा अनुभव प्रदान करता है। अपने मनमोहक परिदृश्य, ठंडी जलवायु और आदिवासी संस्कृति रीति रिवाज रहन सहन खान पान पारंपरिक व्यंजन और आत्मीयता से समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के साथ, जशपुर एक कायाकल्प का वादा करता है जो आपकी यात्रा के बाद लंबे समय तक आपके साथ रहता है।
जशपुर पहुंचने का हवाई मार्ग या ट्रेन मार्ग से रांची पहुंचा जा सकता है। रेलवे स्टेशन या हवाई अड्डे के बाहर जशपुर पहुंचने के लिए आसानी से वाहन मिल जाएगी।
जशपुर में रूकने के लिए एक सुंदर और आकर्षक सुविधा युक्त सरना एथनिक रिज़ॉर्ट है जहां रूका जा सकता है। इसके आलावा छोटे होटल की भी सुविधा मिल जाएगी। जशपुर में स्थानीय आदिवासी समूह द्वारा आत्मीय स्वागत रात्रि अलाव में परिचय सत्र, उसके बाद स्थानीय भोजन , स्थानीय प्रशिक्षक द्वारा योग और ध्यान सत्र , स्थानीय घर का दौरा, स्थानीय भोजन और पत्तों के बर्तन बनाने के बारे में जानें, स्थानीय आदिवासी घर में दोपहर का भोजन, आदिवासी नृत्य सत्र. बॉन फायर के साथ नाइट लाइट संगीत साइलेंट जंगल वॉक के बाद नाश्ता और चाय , फार्म वॉक आदि के साथ दर्शनीय स्थलों की यात्रा, अलाव के साथ स्टार गेजिंग सत्र के लिए देशदेखा तक शाम की ड्राइव और साइट पर भोजन परोसा जाएगा। रिज़ॉर्ट के लिए वापस आ जाएं नाश्ते के बाद वापस रांची हवाई अड्डे या रेलवे स्टेशन के लिए रवाना हो जाए।
उल्लेखनीय है कि जशपुर में घूमने के लिए पर्यटन स्थल में दमेरा, देश देखा, चाय बगान ,सोगडा आश्रम, रानीदाह , बगीचा विकास खंड में कैलाश गुफा, खुडिया रानी,राजपुरी ,दनगरी ,मकरभंजा , कुनकुरी विकास खंड में एशिया का सबसे दूसरा बड़ा चर्च, मधेश्वर पहाड़ सबसे बड़ा शिवलिंग, मयाली नेचर कैम्प, आदि बहुत सारे पर्यटन स्थल का आनंद लिया जा सकता है। एक बार जशपुर जरुर आए प्रकृति की गोद में बसा जशपुर का आनंद उठाएं।