स्टेट हेड -पंकज विश्वकर्मा
रायपुर। छत्तीसगढ़ में यक्ष प्रश्न उपस्थित है क्या सब कुछ ठीक-ठाक है, कांग्रेस में कुछ तो उथल-पुथल मची हुई है। कुछ समय पूर्व ही दिल्ली में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की उपस्थिति में छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी की एक बैठक आयोजित थी। बैठक में छत्तीसगढ़ के सभी वरिष्ठ नेता उपस्थित थे, पंरतु उस बैठक के बाद छन कर कुछ नहीं आया। परंतु देर रात एआईसीसी ने टी एस सिंहदेव को उपमुख्यमंत्री के रूप में प्रस्तुत कर दिया।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का एक पत्र जारी किया गया और टी एस सिंहदेव को उपमुख्यमंत्री बनाने का आदेश जारी कर दिया गया। उसी प्रकार आज 5 घंटे से ज्यादा मौन सत्याग्रह जिसमें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ,उपमुख्यमंत्री टी एस सिंहदेव,विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत, कांग्रेस प्रभारी कुमारी शैलजा सहित लगभग पूरा मंत्रिमंडल लोकसभा और राज्यसभा के सांसद और सभी वरिष्ठ कांग्रेस के नेता शामिल थे, उसी दरमियान देर रात के सी वेणुगोपाल के हस्ताक्षर से पत्र जारी किया जाता है और प्रदेश अध्यक्ष को हटा दिया जाता है।
बस्तर सांसद दीपक बैज को प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंप दी जाती है। एक आदिवासी चेहरे की जगह एक आदिवासी चेहरे को सिर्फ बदला गया है ,क्या यह सिर्फ तुष्टिकरण की राजनीति है? या यह वास्तव में एक बड़ा बदलाव है। कारण क्या है यह तो आने वाला समय ही तय करेगा, परंतु ऐसा क्या हो गया कि हर आदेश देर शाम जारी किया जाता है चाहे वह उपमुख्यमंत्री का हो या प्रदेश नेतृत्व को बदलने का। क्या सब कुछ ठीक-ठाक है?