kanker : पखांजूर सिविल अस्पताल में मनाया गया अंतर्राष्ट्रीय नर्स डे
कांकेर @ धनंजय चंद। पखांजूर सिविल अस्पताल में आज डॉक्टर और नर्स एस मिलकर के इंटरनेशनल नर्स डे का कार्यक्रम मनाया गया सभी नर्सेज और डॉक्टरों के चेहरों पर हर्ष उल्लास का माहौल है। खंड चिकित्सा अधिकारी द्वारा कार्यक्रम के शुरुआत में दीप प्रज्वलित किया गया और उसके बाद स्वागत नृत्य के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की गई। कार्यक्रम के शुरुआती दौर पर सभी नर्स द्वारा हाथों में कैंडल लेकर के ओथ सेरेमनी अर्थात शपथ ग्रहण समारोह मनाया गया।
आपको बता दे अंतर्राष्ट्रीय नर्स डे क्यों और कैसे मनाया जाता है 12 मई 1820 को मशहूर नर्स फ्लोरेंस नाइटिंगेल (Florence Nightingale) का जन्म हुआ था। उन्हीं की याद में हर साल 12 मई को इंटरनेशनल नर्सेस डे मनाया जाता है। नाइटिंगेल नर्स होने के साथ-साथ एक समाज सुधारक भी थीं. क्रीमिया युद्ध के दौरान उन्होंने जिस तरह से काम किया था, उसकी सराहना आज तक होती थी. नाइटिंगेल ‘द लेडी विद द लैंप’ के नाम से भी जानी जाती हैं क्योंकि वो रात के अंधेरे में लैंप लेकर घायल सैनिकों का इलाज करने के लिए निकलती थीं। युद्ध के दौरान घायल सैनिकों में इन्फेक्शन बढ़ रहा था, जिससे सैनिकों की मौत हो रही थी. उनके इलाज से हजारों की तादाद में सैनिक फिर से ठीक होने लगे थे. अपने इस सराहनीय काम से फ्लोरेंस नाइटिंगेल ने ‘नर्सिंग’ को महिलाओं के लिए एक नया पेशा बना दिया था।