भारतीय संविधान आज़ाद भारत की बुनियाद है : यशवंत पांडे
बरकई ग्राम वासियों ने पंचायत भवन में धूमधाम से मनाया संविधान दिवस
भारतीय संविधान दिवस कार्यक्रम में डॉ बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर की तस्वीर की पुजा व जय-जयकार करते हुए कार्यक्रम की शुरुआत हुई। कार्यक्रम में शामिल ग्रामीण जनों को संविधान निहित प्राप्त अधिकारों के विषय में सभी वक्ताओं ने बारी बारी करके जानकारी दी और भारतीय संविधान के प्रति जागरूक करते हुए संविधान की प्रस्तावना का पठन किया गया और सांथ-साथ भारतीय संविधान का शपथ लिया गया।
पिछड़ा वर्ग के युवा यशवंत पांडे ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आज हम जो कुछ भी हैं, वह सब कुछ भारतीय संविधान और संविधान निर्माता डॉ बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर जी की वजह से ही हैं। बाबा साहेब और संविधान लेखन तक का जो सफ़र है, वह किसी चुनौती से कम नहीं था। पूरे देश में सामंतवाद, पुंजीवाद, घोर जातिवाद, गरीबी, भुखमरी जैसे हालात थे। बाबा साहेब डॉ अम्बेडकर ने घोर जातिवाद का दंश झेल चुके हैं। और किन किन स्थिति से होकर बाबा साहेब संविधान सभा तक पहुंचे यह शब्दों में बयां कर पाना संभव नहीं है। हर वर्ग के लोगों को एक बार बाबा साहेब डॉ अम्बेडकर को पढ़ना चाहिए। बाबा साहेब डॉ अम्बेडकर ने हम सभी भारत वासियों को नायाब तोहफा दिया है। हम सभी चाह कर भी बाबा साहेब डॉ अम्बेडकर जी का कर्ज नहीं चुका सकते हैं ।
भारतीय संविधान दिवस में मुख्य रूप से यशवंत पांडे, फगनु मरकाम, कमलेश्वर बघेल, सुनील मरकाम, शेखर सेठिया, अजीत मरकाम, मनोज मरकाम, अनिल मरकाम, राजेश्वर मरकाम, सीतु मरकाम, निशा मरकाम सहित आम नागरिक गण उपस्थित रहे।