गरियाबंद @ लोकेश्वर सिन्हा। छत्तीसगढ़ हेल्थ फेडरेशन के द्वारा 5 सूत्रीय मांगों को लेकर आज से अनिश्चितकालीन जिला स्तरीय हड़ताल का आगाज कर दिया है। राज्य के इतिहास में पहली बार प्रदेश भर के डॉक्टर, नर्स, ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजकों के साथ हजारों स्वास्थ्य कर्मचारी हड़ताल में शामिल हो रहे हैं। स्वास्थ्य फेडरेशन द्वारा अपनी 5 सुत्रीय मांग द्वारा जिसमे स्वास्थ्य विभाग के एएनएम/एगर्पीडब्ल्यू नर्सिंग संवर्ग कर्मचारीयों कि वेतनविसंगति, चिकित्सकों के लंक्ति वेतनमान, भत्ते एवं स्टायपेंड, मुख्यमंत्री द्वारा घोषित विशेष कोराना भत्ता साथ ही चिकित्सालयों में डॉक्टरों एवं नर्सिंग स्टाफ के साथ शामिल है।
आपको बता दे कि स्वास्थ्य विभाग के 12 बड़े संगठन CIDA, JUDA,JDA, FMG, UDFA डॉक्टर एसोसिएशन, डेंटल सर्जन, छ.ग. स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ, नर्सिंग ऑफिसर एसोसिएशन छ.ग.,छ.ग. प्रदेश नर्सेज एसोसिएशन, परिचारीका कर्मचारी कल्याण संघ, छ.ग. एनएचएम संघ एवं छ.ग. शास. वाहन चालक संघ शामिल हो रहे है।
स्वास्थ्य फेडरेशन के पदाधिकारी राज्य के इतिहास मे पहली बार स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कर्मचारी एकमंच पर एकजुट हुए है और पहली बार ग्रामीण क्षेत्रो के उप स्वास्थ्य केंद्र से लेकर शहरी क्षेत्र के मेडिकल कॉलेज कि सेवाएं प्रभावित हो रही है, शासकीय चिकित्सालय, स्वास्थ्य केंद्रों मे ओ.पी.डी. के साथ पोस्टमार्डम, एमएलसी जैसे अत्याआवश्यक स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ-साथ आईपीडी वार्ड में भर्ती गरीजो को मिलने वाले नर्सिंग सेवा भी नर्सिंग कैडर के हड़ताल से प्रभावित हो रहा हैं। वही ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजकों के हड़ताल से टीकाकरण, प्रसव, मिशन इन्द्रधनुष और शिशु संरक्षण जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम प्रभावित होगा। इसका कारण राज्य सरकार द्वारा स्वास्थ्य कर्मचारीयों के साथ सौतेला व्यवहार है।