जिले में डायरिया रोको अभियान व् जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़ा का शुभारंभ

कलेक्टर ने जागरूकता रथ को हरी झण्डी दिखाकर किया रवाना

गरियाबंद। कलेक्टर दीपक अग्रवाल के निर्देशन व मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के मार्गदर्शन में डायरिया से बचाव एवं सुरक्षा हेतु डायरिया रोको अभियान 1 जुलाई से 31अगस्त तक तथा जनसंख्या वृद्धि को रोकने के लिए जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़ा 24 जुलाई तक मनाया जायेगा। जिसके अंतर्गत कलेक्टर ने जागरूकता एवं प्रचार-प्रसार रथ को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। साथ ही उन्होंने कार्यक्रम का गंभीरतापूर्वक संचालन एवं क्रियान्वयन करने के निर्देश दिये। जागरूकता रथ जिले के विभिन्न क्षेत्रों में जाकर बारिश के मौसम में डायरिया को रोकने एवं बचाव के लिए लोगों को जागरूक करेगा। साथ जनसंख्या नियंत्रण के बारे में भी लोगों को जानकारी प्रदान करेगा।

इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. गार्गी यदु पाल, जिला परिवार कल्याण अधिकारी डॉ. लक्ष्मीकांत जांगडे़ जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ. योगेन्द्र सिंह रघुवंशी, सलाहकार (एनटीसीपी) डॉ. सृष्टि यदु, जिला एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ. शंकर पटेल, जिला डाटा प्रबंधक लम्बोदर महतो सहित बड़ी संख्या में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारी एवं मितानिन उपस्थित थे।

सीएमएचओ ने बताया कि सामान्यतः बारिश के दिनों में वायरल व बैक्टीरियल संक्रमण के कारण डायरिया का खतरा बढ़ जाता है। डायरिया के कारण बच्चों में मतली, उल्टी, वजन कम होना तथा उपचार न कराने पर निर्जलीकरण की समस्या बढ़ जाती है। इसी कारण लोगो में जागरूकता लाने, ओ.आर. एस. एवं जिंक की जानकारी, डायरिया से पीड़ित बच्चों की पहचान कर उन्हे उच्च संस्था में रिफर करने के लिए प्रोत्साहित करने तथा उपचार प्रबंधन कर शिशु मृत्यु दर को कम करने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष गहन डायरिया नियंत्रण पखवाड़ा मनाया जाता था। जिसे इस वर्ष केन्द्र सरकार द्वारा डायरिया रोको अभियान 2024 के रूप में जुलाई तथा अगस्त पूरे 02 माह तक मनाया जाएगा।

इस अभियान के दौरान मितानिन एवं ऑगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के द्वारा घर-घर भ्रमण कर 0-5 वर्ष के बच्चों को ओ.आर.एस. पैकेट एवं जिंक का टेबलेट वितरण किया जायेगा। ओ.आर.एस.या जीवन रक्षक घोल बनाने की विधि एवं हाथ धुलाई का प्रदर्शन किया जायेगा। साथ ही गर्भवती एवं शिशुवती माताओं को शिशु पोषण एवं पौष्टिक आहार संबंधी जानकारी दी जावेगी। सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में ओ.आर.टी. कार्नर की स्थापना कर ओ.आर.एस. घोल दस्त पीड़ितों को पिलाया जायेगा। उपरोक्त समस्त गतिविधियॉ गरियाबंद जिले के समस्त विकासखण्डों के में संचालित होगी।

इसके साथ ही स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़ा भी मनाया जा रहा है। इस दौरान ग्रामीण स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस में जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़ा का प्रचार प्रसार किया जावेगा। पंचायत स्तर पर सास बहु सम्मेलन का आयोजन कर कर अस्थायी एवं स्थायी परिवार नियोजन के साधनों के बारे में चर्चा कर पात्र दंपत्तियों परिवार नियोजन के साधनों के उपयोग करने के लिए प्रेरित किया जावेगा। उक्त आयोजन का सूचना, विभिन्न प्रचार एवं संचार माध्यमों से जिला चिकित्सालय एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र छुरा एवं राजिम में परिवार कल्याण संबंधी परामर्श, उपचार के साथ-साथ पुरूष नसबंदी तथा जिला अस्पताल गरियाबंद में महिला नसबंदी विशेषज्ञ शल्य चिकित्सक द्वारा नसबंदी की सेवाएं प्रदाय की जा रही है तथा 11 जुलाई 2024 से 02 सप्ताह तक अस्थायी एवं स्थायी साधन मुख्यतः आईयूसीडी निवेशन, गर्भ निरोधक इंजेक्शन अंतरा, छाया एवं माला एन. गर्भ निरोधक गोलियों के सेवन, तथा पुरूष एवं महिला नसबंदी के परामर्श हेतु सभी अस्पतालों में विशेष ध्यान केन्द्रित किया जावेगा।

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