पर्सनल लोन दिलाने के नाम पर एक शिक्षक के साथ हुई साढ़े सात लाख से अधिक राशि की ठगी

पुलिस ने पीड़ित की थाने में नहीं लिखी रिपोर्ट, पीड़ित मनगवा थाना अंतर्गत महमूदपुर का है रहने वाला, टना सगरा यूनियन बैंक की
रीवा एसपी और साइबर सेल से पीड़ित ने की शिकायत

रीवा @ सुभाष मिश्रा। रीवा जिले मे लोग अपनी मूर्खता के कारण ठगी का शिकार हो रहे है, आपको बता दें कि पर्सनल लोन देने के नाम पर एक प्राइमरी शिक्षक के साथ साढ़े सात लाख रुपए से अधिक की धोखाधड़ी एवं ठगी का मामला प्रकाश मे आया है, पीड़ित शिक्षक रामगोपाल कोल जो मनगवा थाना क्षेत्र अंतर्गत महमूदपुर गांव के रहने वाले है, शिक्षक के रिश्तेदार द्वारा बोला गया कि आपको लोन चाहिए, आप पूरे दस्तावेज हमें दें दीजिये, शिक्षक ने भरोसा करके पूरे दस्तावेज रिश्ते मे भतीजा लगने वाले युवक को दे दिया, जिसके बाद वह युवक ठग निकला, और जून माह मे लोन कि राशि पास होने पर पूरी राशि बैंक से निकाल ली, उसके अतिरिक्त भी राशि निकाल ली गई,
उक्त फ्रॉड मामले कि जानकारी पीड़ित शिक्षक को इसी माह जुलाई के पहले सप्ताह लगी, तो वह सगरा थाने गए , जहा बोला गया कि हमारे थाना क्षेत्र का यह मामला नहीं है, इसके बाद शिक्षक मनगवा थाने में गया तो वहा भी पीड़ित का आवेदन लेने से पुलिस वालों ने मनाकर दिया, जिसके बाद शिक्षक 24 जुलाई को रीवा एसपी और साइबर सेल में शिकायत की,
पीड़ित ने एसपी को दिए आवेदन मे बताया कि घर बनवाने व अपनी जरूरतों के लिए लोन की आवश्यकता थी, यह बात उसने अपने मामा के पुत्र सुरेश रावत को बताई, जिसके बाद सुरेश रावत द्वारा ठगी का खेल खेला गया, उसने बताया कि हम लोन किसी एजेंट के माध्यम से ले रहे हैं, जिसके बाद उसने कथित फ्रॉड एजेंटो से परिचय भी करवाया, वही आरोपियों ने अपना नाम रवि, राकी एवं राज सिंह जो सतना का निवासी होना बताया, जिनमें रवि और राक़ी का मोबाइल नंबर 969114520 92 एवं 9713144843 है तथा गाड़ी नंबर एमपी 19 za 3079 सफारी ब्लैक कलर मे आए थे, उक्त दोनों व्यक्ति यूनियन बैंक सगरा में मिले, और उन्होंने शिक्षक को अपने आपको बैंक का एजेंट बताया था,
शिक्षक को पैसे की आवश्यकता थी उसने उनको बैंक का कर्मचारी समझकर सभी आवश्यक दस्तावेज दे दिए, जो बैंक लोन के लिए आवश्यक होते हैं, उसके बाद बैंक लोन पास होते ही उक्त आरोपियो द्वारा शिक्षक से सिमकार्ड, चेक बुक, पास बुक, एटीएम एवं पर्सनल लोन डॉक्यूमेंट की मांग उक्त बैंक में ही की और बोले कि आप यही बैठो मैं आपका पिन एटीएम से बनाकर लाता हूं, फिर आप सभी डॉक्यूमेंट एवं पैसे ले लीजिएगा, शिक्षक कुछ समय तक बैंक में ही बैठा रहा, लेकिन जब उक्त आरोपी नहीं आए तो बैंक कर्मचारियों से वह पूछताछ की तो बोले कि पिन जनरेट ना हो रहा होगा इसलिए नहीं आए, जैसेही पिन जनरेट होगा वो आपसे मिलेंगे, उसके बाद परेशान होकर शिक्षक घर चला गया, जब कुछ दिन बाद वह फिर यूनियन बैंक गया और अपने खाते के बारे में एवं लोन के बारे में बैंक से पूँछताछ कि तो पता चला कि बैंक से लोन पास हो गया है, और पूरी राशि भी निकल चुकी है, यह सुनकर शिक्षक हक्का-बक्का रह गया, उसके होश उड़ गए, तथा बैंक के कर्मचारियों से उक्त आरोपियों के बारे में पूछताछ की, तो बैंक कर्मचारियों ने बताया कि हम उन्हें नहीं जानते, अब उक्त आरोपियों द्वारा शिक्षक का सारा लोन का पैसा एवं उसके द्वारा जमा की गई अन्य बैंक का भी पैसा निकाल लिया गया है , जो लगभग कुल 8 लाख तक की ठगी शिक्षक के साथ की गई है, फिलहाल ठगी का शिकार हुए शिक्षक रामगोपाल कोल द्वारा मामले की शिकायत रीवा एसपी और साइबर सेल में की गई है, लेकिन अभी तक सम्बंधित थाने मे पुलिस ने एफ आई आर नहीं लिखी है, अब आगे देखना यह होगा की पीड़ित द्वारा एसपी रीवा से शिकायत के बाद आगे क्या उसे न्याय मिल पाएगा l

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