रिपोर्टर : लोकेश्वर सिन्हा
गरियाबंद। आज महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं, महिलाएं आज हर क्षेत्र में पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है, जी हां हम बात कर रहे है गरियाबंद जिले के वनांचल में बसे मदनपुर गांव की बिहान से जुड़ी महिलाओं की जो होली में उपयोग करने के लिए हर्बल गुलाल तैयार कर रही हैं, ताकि केमिकल युक्त गुलाल से नुकसान न पहुंचे, महिला समूह के इस पहल से, ग्रामीणों के पहूच से दूर हर्बल गुलाल अब उनके ही बजट में आसानी से उपलब्ध होगा।
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान के अंतर्गत महिलाए नए रचनात्मक कार्य कर रही है, समूह की महिलाएं पालक, पलाश के फूलों, चुकंदर, धनिया पत्ती, गेंदे के फूल काट कर पीस रही है। इन महिलाओं को देखकर तो ऐसा लग रहा होगा कि ये किचन के लिए कोई सामान तैयार कर रही है, पर ऐसा नही है, सब्जियों को काटने पीसने के काम मे लगी ये बहनें मदनपुर के वसुंधरा महिला समूह की सदस्य है, ये काम कोई पकवान के लिए नही बल्कि हर्बल गुलाल बनाने के लिए कर रही है। रंगों के लिए केमिकल के बजाए प्रकतिक फूलों, सब्जियों के कलर का इस्तेमाल कलर के लिए किया जा रहा है।
वहीं जिले के कलेक्टर दीपक अग्रवाल ने कहा है, कि महिला समूह द्वारा बनाए जा रहे हर्बल गुलाल एक अच्छी पहल है, केमिकल युक्त गुलाल के इस्तेमाल से इन्फेक्शन का खतरा बना रहता है, महिला समूहों को जो भी संभव मदद चाहिए वो जिला प्रशासन करने को तैयार है, साथ ही लोगों से भी अपील है, कि ज्यादा से ज्यादा हर्बल गुलाल का उसे किया जाए, ताकि स्किन फ्रेंडली के साथ-साथ पर्यरावण फ्रेंडली भी रहे।