हेलीकॉप्टर जॉयराइड : सातवीं कक्षा में पढ़ने वाली छात्रा ने पास किया दसवीं की परीक्षा
मुख्यमंत्री के निर्देश पर नरगिस खान को विशेष तौर पर कराया गया हैलीकाप्टर जॉय राइड
पापा का सपना पूरा करना है, यूपीएससी टॉपर बनना है: नरगिस
रायपुर। नरगिस खान बालोद जिले के ग्राम घुमका की रहने वाली है। नरगिस स्वामी आत्मानंद स्कूल बालोद की छात्रा है। नरगिस प्रतिभाशाली छात्रा है, इन्हें विशेष रूप से हेलीकॉप्टर राइड के लिए आमंत्रित किया है। नरगिस ने बताया कि मैंने कक्षा सातवीं और दसवीं, दोनों परीक्षाएं दिलाई हैं। दसवीं कक्षा में 90.50% और कक्षा सातवीं में 99.83% अंक मिले हैं। नरगिस ने बताया कि बचपन से ही उसकी रूचि पढ़ाई के प्रति अधिक है, इसलिए वह लगातार पढ़ते रहना चाहती है।
नरगिस यूपीएससी टॉपर बनना चाहती है, उसने बताया कि उसके पिता का सपना था कि मैं यूपीएससी टॉप करूँ, इसलिए मैं लगातार पढ़ाई कर रही हूं। नरगिस ने बताया कि बहुत खुशी हुई जब मुझे पता चला कि हेलीकॉप्टर राइड के लिए आपको आमंत्रित किया जाता है, तब हमारा परिवार यहां आया। मुख्यमंत्री जी का बहुत-बहुत धन्यवाद। मुझे जैसे बच्चे कभी नहीं सोच सकते कि हम हेलीकॉप्टर में बैठ पाएंगे मगर मुख्यमंत्री जी ने हमें यह मौका दिया।
एयरोस्पेस के क्षेत्र में जाना चाहती है प्रतिज्ञा
प्रतिज्ञा जुर्री, कक्षा बारहवीं, 84.06% अंक के साथ प्रथम आई है। प्रतिज्ञा के माता-पिता श्रमिक हैं, रोजी-मजदूरी कर गुजर-बसर करते हैं। प्रतिज्ञा नारायणपुर जिले के जीवलापदर गांव से हैं, वह नारायणपुर में स्थित रामकृष्ण मिशन स्वामी विवेकानंद विद्यापीठ की छात्रा हैं।
प्रतिज्ञा ने हेलिकॉप्टर जॉयराइड के अपने अनुभव में बताया कि इतनी दूर रहकर कभी मन में ये बात नहीं आई कि हेलीकॉप्टर में सवार होउंगी, लेकिन मुख्यमंत्री जी ने बड़ी खुशी दे दी। बहुत मजा आ रहा है। प्रतिज्ञा अब आगे एयरोस्पेस के क्षेत्र में जाना चाहती है, उसने इसकी तैयारी भी शुरू कर दी है।
मैंने कभी नहीं सोचा था कि हेलीकॉप्टर में बैठ सकूंगी – दीपिका
दीपिका, कक्षा दसवीं, 78.33% अंक के साथ प्रथम आई है। दीपिका के माता-पिता किसान हैं, खेती-किसानी करते हैं। दीपिका धमतरी जिले के ग्राम गीतकारगुड़ा में रहती है और उसने दसवीं की परीक्षा फरसिया में स्थित शासकीय विद्यालय में पढ़कर उत्तीर्ण की है। दीपिका बताती हैं कि आज बहुत अच्छा लग रहा है, मैं बहुत खुश हूं, मैंने कभी नहीं सोचा था कि हेलीकॉप्टर में बैठ सकूंगी, मुख्यमंत्री जी को धन्यवाद उन्होंने मुझे यह मौका दिया।
आज का दिन कभी नहीं भूलूंगी – एन कुमारी
एन कुमारी बैगा, कक्षा दसवीं, 88.16% अंक के साथ प्रथम आई है। एन कुमारी स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी विद्यालय, बोड़ला की छात्रा हैं।
एन कुमारी कबीरधाम जिले के गांव मन्नाबेदी से हैं। हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करती है। एन कुमारी ने बताया कि हम पांच बहन एक भाई हैं। माँ गांव के ही प्राइमरी स्कूल में रसोइया का काम करती हैं। मेरा पूरा परिवार बहुत ख़ुश है। मेरी दीदी मुझे यहां लेकर आई है। मैं नीट की तैयारी करके डॉक्टर बनना चाहती हूं। एन कुमारी ने बताया कि आज मुझसे मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम जी ने बात की और शाबासी दी, उन्होंने कहा कि तुम सभी से आज मुख्यमंत्री जी भी मिलेंगे। हेलीकॉप्टर जॉयराइड को लेकर अपना एक्सपीरियंस बताते हुए एन कुमारी ने कहा कि आज का दिन मैं कभी नहीं भूलूंगी। हम विशेष पिछड़ी जनजाति के हैं, मैं चाहती हूं कि हमारा समाज इसी तरह से आगे बढ़े।
मुख्यमंत्री जी की वजह से मुझे यह मौका मिला मैं बहुत खुश हूं
विशेष पिछड़ी जनजाति की छात्रा गायत्री धनुषधारी, कक्षा बारहवीं की छात्रा है। उसने 85.02% के साथ परीक्षा प्रथम की है। गायत्री अमरतरा हायर सेकेंडरी स्कूल की छात्रा है। गायत्री ने बताया कि हेलीकॉप्टर में बैठकर सपना सच होने जैसा लग रहा। मैं इस पल को कभी नहीं भूलूंगी। मेरा पूरा परिवार बहुत खुश है।
आज मुख्यमंत्री जी की वजह से मुझे यह मौका मिला मैं बहुत खुश हूं। मैं नीट की तैयारी करके डॉक्टर बनना चाहती हूं। गायत्री गरियाबंद जिले के ग्राम तेरेंगा में रहती है, माता-पिता दोनों किसान हैं, गायत्री ने बताया कि हमारे परिवार को शासकीय योजनाओं का लाभ मिलता है, उससे बहुत मदद होती है।
रात भर सो नहीं पाया, हेलीकॉप्टर में बैठा और बहुत मजा आया
मैं आज रातभर सो नहीं पाया, बार-बार घड़ी देख रहा था, कब सुबह होगी और कब मैं हेलीकॉप्टर में बैठूंगा। आखिरकार मैं हेलीकॉप्टर में बैठा और बहुत मजा आया। जशपुर जिले के स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल में कक्षा बारहवीं के छात्र, देवकुमार देवांगन ने 95.04% के साथ बारहवीं की परीक्षा उत्तीर्ण की है।
देव ने बताया कि जबसे मुझे यह ख़बर मिली थी मैं बहुत खुश था कि कब यह दिन आयेगा। मेरे परिवार में सभी लोग खुश है इसका कारण है मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी। जिन्होंने हमें मौका दिया हेलीकॉप्टर में घूमने का। हम दो भाई हैं, मेरे बड़े भाई मुझे कहते हैं कि तू परिवार का पहला लड़का होगा जिसने हेलिकॉप्टर की सैर की होगी।