प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाए ध्वस्त, बीमारों की दी जा रही एक्सपायरी दवाइयां: डॉ कृष्णमूर्ति बांधी

रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता व पूर्व स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी ने जांजगीर-चांपा जिले की नवागढ़ नगर पंचायत में मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के तहत मरीजों को कालातीत (एक्सपायरी) दवाएं देने के मामले को बेहद गंभीर बताया है। डॉ. बांधी ने कहा कि जांच में यह मामला सही साबित होने के बावजूद पिछले 7 माह से दोषियों पर कार्रवाई नहीं होना समझ से परे है।

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व पूर्व मंत्री डॉ. बांधी ने कहा कि इस मामले में लगातार गुहार लगाने के बाद भी मरीज युवती संतोषी बंजारे को शासन-प्रशासन के स्तर पर न्याय नहीं मिल पाना न्याय-योजना का शोर मचा रही प्रदेश सरकार के लिए शर्म का विषय है। संतोषी बंजारे दोषियों पर कार्रवाई की गुहार लगाती 7 माह से दफ्तरों के चक्कर काट रही है। तबीयत बिगड़ने पर मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के एंबुलेंस में इलाज के दौरान जांच के बाद संतोषी को जो दवा दी गई थी, वह कालातीत तिथि (एक्सपायरी डेट) की थी। संतोषी ने कलेक्टर से इसकी शिकायत की। मामले की जांच करने पर संतोषी की शिकायत सही पाई गई लेकिन कालातीत दवा देने वाले डॉक्टर, स्टाफ व जिला समन्वयक पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। थक-हारकर संतोषी कलेक्ट्रेट के सामने भूख हड़ताल पर बैठ गई। डॉ. बांधी ने कहा कि दोषियों पर कार्रवाई करने के बजाय भूख हड़ताल पर बैठी संतोषी को पुलिस थाने लेकर चली गई। डॉ. बांधी ने सवाल किया कि कलेक्ट्रेट में धरने पर बैठना अगर प्रशासन गुनाह मानता है तो कालातीत दवा देने वालों पर सात माह तक कार्रवाई नहीं करना क्या उससे बड़ा गुनाह नहीं है? प्रदेश सरकार और प्रशासन तंत्र मिलकर जिस तरह कानून की दुहाई देकर अपने गुनाहों पर पर्दा डाल रहे हैं उसकी शायद ही कोई और मिसाल मिले।

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता और पूर्व मंत्री डॉ. बांधी ने कहा कि प्रदेश सरकार जन-स्वास्थ्य के साथ लगतार हो रहे खिलवाड़ पर जरा भी संजीदा नहीं है। पिछले साढ़े चार वर्षों से प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाएँ वेंटिलेटर पर हैं। अस्पतालों में डॉक्टर नहीं है, दवाओं का अभाव है, गरीबों को अपने इलाज के लिए दर-दर की ठोकरें खानी पड़ रही है। स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने के नाम मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना एंबुलेंस चलाने वाली सरकार के डॉक्टर कालातीत दवाएं देकर लोगों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं। दोषियों पर कार्रवाई के बजाय प्रार्थी/प्रार्थिया को ही थाने ले जाया जा रहा है। यह प्रदेश के लिए बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। डॉ. बांधी ने कहा कि प्रदेश सरकार और कांग्रेस अपने अंतर्कलह के चलते जनस्वास्थ्य के मामले में कोरी सियासी ड्रामेबाजी करें, यह कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।

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