राजधानी रायपुर में लगातार बढ़ रही अपराधिक वारदातों पर क्या पुलिस प्रशासन अंकुश लगाने में नाकाम है??
तहलका के स्टेट हेड पंकज विश्वकर्मा की तथ्यपरक इन्वेस्टिगेशन रिपोर्ट
रायपुर। राजधानी रायपुर में लागातार अपराध का ग्राफ – लंबित अपराध, मर्ग एवं शिकायतों का जल्द से जल्द निराकरण करने, महिलाओं संबंधी अपराधों की रोकथाम, महिला संबंधी अपराधों में त्वरित कार्यवाही तथा महिला संबंधी अपराधों में आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी करने, संपत्ति संबंधी मामलों में विशेष रूचि लेकर अज्ञात आरोपियों की पतासाजी कर गिरफ्तार करने के निर्देश दिये जाने चाहिए । गंभीर मामलों की विवेचना स्वयं थाना प्रभारियों को करने, साईबर संबंधी मामलों में हर संभव कार्यवाही कर पीड़ित को त्वरित राहत देने के निर्देश दिये जाने चाहिए । नशा से संबंधित प्राप्त शिकायतों पर त्वरित कार्यवाही करने तथा नशा/जुआ/सट्टा पर पूर्णतः अंकुश लगाने निर्देशित किया जाना चाहिए। यदि हम 1जनवरी से 30 अप्रैल के वर्ष वार आंकड़ों पर गौर करें तो आर्म्स एक्ट के तहत वर्ष – 2021 मे 77, 2022 में 181 तो वहीं 2023 में 271 मामले राजधानी में दर्ज किए गए, वहीं सट्टा के 2021 में 48, 2022 में 87 और 2023 में 168 मामले दर्ज किए गए।
नार्कोटिक्स के तहत 2021 में 40 ,2022 में 41 और 2023 में 59 मामले वहीं चाकूबाजी के 2021 में 59, 2022 में 47 और 2023 में 20 मामले और चाइल्ड पोर्नोग्राफी के 2021 में 36, 2022 में 92 और 2023 में 29 मामले दर्ज किए गए हैं।
रायपुर पुलिस ने बीते साल आर्म्स एक्ट के 774 मामले दर्ज किए थे, इसमें 764 लोगों के खिलाफ कार्यवाही की गई थी। वहीं 2021 में आर्म्स एक्ट के तहत 292 प्रकरणों पर 314 लोगों के खिलाफ कार्यवाही की गई थी। साल 2022 में अलग-अलग बदमाशों से 697 चाकू, 165 तलवार, 5 रिवाल्वर 13 देसी कट्टे, 3गुप्ती, 32 कारतूस, 2 गंडासा और 1 एयर गन बरामद की गई। साल 2022 में हत्या के 70 मामले सामने आए हैं, इसमें 136 लोगों की गिरफ्तारी की गई हत्या के प्रयास के 115 मामले थे, जिनमें 219 लोग गिरफ्तार किए गए। सभी आंकड़े पुलिस प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराए गए हैं।
पिछले दिनों वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक माहेश्वरी द्वारा भी थाना प्रभारियों को थानों में लंबित अपराध शिकायतों , जुर्म एवं मर्ग व गुम इंसानों के लंबित संवेदनशील मामलों के शीघ्र निराकरण करने के लिए निर्देशित किया । इसके साथ ही विजिबल पुलिसिंग पर जोर देने, असामाजिक तत्वों, निगरानी गुण्डा, बदमाशों एवं पुराने अपराधियों की गतिविधियों पर निगाह रख कर समय-समय पर विशेष अभियान चलाकर इनकी चेकिंग तथा सक्रिय आरोपियों पर कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया । शाम के समय अत्यधिक भीड़-भाड़ वाले स्थान पर पुलिस की उपस्थिति बढ़ाने के साथ ही समस्त थानों के पेट्रोलिंग एवं डॉयल 112 को और अधिक प्रभावी करने के निर्देश दिये गये ।
आगामी समय में होने वाले व्हीआईपी. ड्यूटी एवं विभिन्न राजनीतिक दलों और अन्य शासकीय अर्ध शासकीय कर्मचारियों के धरना प्रदर्शन पर बेहतर कार्य कर शांति पूर्ण तरीके से व्हीआईपी. ड्यूटी एवं धरना प्रदर्शन को संपादित करने के निर्देश दिये गये । अब यह गौर करने वाली बात है , कि राजधानी में चाकूबाजी लूट और हत्याओं सहित हत्या करने की कोशिशों को लेकर पुलिस किस तरह लगाम रखती है, क्योंकि राजधानी में हर दिन इस तरह की घटनाएं सामने आती है ।