रायपुर। राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने छत्तीसगढ के राज्यपाल बतौर अपने कार्यकाल को अत्यंत सुखद बताया उन्होंने छत्तीसगढ़ की जनता का आभार व्यक्त करते हुए उनसे मिले आदर और स्नेह के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, जनप्रतिनिधियों सहित छत्तीसगढ़ शासन के अधिकारियों, राजभवन के अधिकारियों-कर्मचारियों का भी आभार व्यक्त किया जिन्होंने उनके कार्यकाल के दौरान सहयोग प्रदान किया।
राज्यपाल हरिचंदन ने अपने संदेश में कहा कि उन्होंने छत्तीसगढ़ के विभिन्न इलाकों का दौरा किया और यहां लोगों की मेहनत, समर्पण और साहस को नजदीक से देखा। यहां की भूमि न केवल प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण है बल्कि छत्तीसगढ़ के लोग भी अत्यंत सरल, सहज होते हैं। सभी लोगांे ने जो स्नेह और सम्मान दिया है उसे भूलना संभव नहीं है।
राज्यपाल हरिचंदन ने कहा कि उनके कार्यकाल के दौरान कई महत्वपूर्ण योजनाओं एवं नीतियों को लागू किया गया। उच्च शिक्षा के क्षेत्र में भी गुणवत्तायुक्त, अध्ययन-अध्यापन हो जिससे विद्यार्थियों का भविष्य बेहतर हो सके यह उनकी कोशिश रही। विश्वविद्यालयों में समय पर दीक्षांत समारोह करने के निर्देश दिये। कुलाधिपति के रूप में उन्होंने सदैव विद्यार्थियों को राष्ट्र की सेवा करने एवं गरीब, शोषित व वंचित वर्ग के लिए कार्य करने हेतु प्रेरित किया।
उन्होेंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गरीबों, वंचित और हाशिये में पड़े लोगों को आगे लाने का कार्य कर रहे हैं और छत्तीसगढ़ में इसका असर दिखता है। आजादी का अमृत महोत्सव पूरे देश में मनाया गया और लोगों ने इसमें शामिल होकर राष्ट्र के प्रति अपनी भावनाएं प्रकट की। राज्यपाल ने कहा कि देश के सभी नागरिकों को अपनी मातृभूमि की बेहतरी के बारे में सोचना चाहिए। भारत अभी देश की पांचवी आर्थिक महाशक्ति है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संकल्प लिया है कि शीघ्र ही देश को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाएंगे। हमारा लोकतंत्र सबके संवैधानिक अधिकारों की सुरक्षा करता है। विश्व राजनीति में भारत की अहम भूमिका है। जिस तरह से दुनिया युद्ध की विभीषिका झेल रही है। हमारे प्रधानमंत्री ने शांति की अपील की है और इसके लिए लगातार अपनी भूमिका निभा रहे हैं। रूस और अमेरिका दोनों मतभेद के दौर से गुजर रहे हैं लेकिन भारत को दोनों से मधुर संबंध है। हम शांति के लिए कार्य कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने दोनों पक्षों से शांति की अपील की है। हमें शांति की दिशा में काम करना है।
हरिचंदन ने कहा कि राज्यपाल के रूप में संवेदनशीलता के साथ कार्य करने के लिए हमेशा प्रयत्नशील रहे। राजभवन के दरवाजे सदैव सभी के लिए खुले रहे। उन्होंने यह हमेशा प्रयास किया कि राजभवन सरकार और जनता के बीच एक मजबूत पूल बन सकें। सबकी सहभागिता और समर्थन से यह संभव हो पाया। उन्होंने छत्तीसगढ़ की जनता की सुख-समृद्धि की कामना की।