0 रोहित ने किया एमबीबीएस तो ब्रिजेश को मिला एनआईटी में पढऩे का मौका
रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य के अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के प्रतिभावान विद्यार्थियों का सपना संजोने का कार्य कर रही है। पंडित जवाहर लाल नेहरू उत्कर्ष योजना, जो विद्यार्थियों में नई सोच के साथ बेहतर कैरियर चयन का अवसर प्रदान करते हुए प्रतिस्पर्धी तथा बर्हिमुखी व्यक्तित्व विकास में महती भूमिका निभा रही है। इसी कड़ी में शासन की इस योजना का लाभ प्राप्त करते हुए दो होनहार विद्यार्थी चयनित होकर अपनी सफलता के मुकाम तक पहुंच चुके है।
उल्लेखनीय है कि विकासखण्ड लैलूंगा के ग्राम-राजपुर निवासी ब्रिजेश पैकरा जिनकी प्राथमिक शिक्षा गांव के स्कूल में हुई थी। जिनको स्थानीय शिक्षक के माध्यम से पं.जवाहर लाल नेहरू उत्कर्ष योजना की जानकारी मिली। जिसके पश्चात उन्होंने इस योजना में आवेदन किया और चयनित होने पर रायगढ़ के संस्कार पब्लिक स्कूल में पढऩे का मौका मिला। उन्होंने बताया कि कक्षा 6 वीं से 12 वीं तक प्राप्त बेहतर शिक्षा के परिणाम स्वरूप उनका चयन एनआईटी जैसे शैक्षणिक संस्थान में हुआ है। जहां आदिवासी ग्रामीण अंचल के कुछ ही बच्चों को पढऩे का मौका मिलता है।
उन्होंने कहा कि यह योजना बेहतर शिक्षा के साथ भविष्य संवारने का मौका देती है और वे खुद अन्य लोगों को इस योजना के बारे में जानकारी दे रहे है, ताकि अन्य ग्रामीण बच्चों को भी बेहतर शैक्षणिक संस्थान में पढऩे का अवसर मिल सके।
ग्राम-छतौना बिलासपुर का रहने वाला रोहित पैकरा ने प्रारंभिक शिक्षा ग्राम-बेलगहना से की थी। शिक्षक के माध्यम से योजना की जानकारी एवं मार्गदर्शन मिला और उन्होंने इस योजना अंतर्गत फार्म भरने के पश्चात उनका चयन हुआ और उन्हें रायगढ़ के संस्कार पब्लिक स्कूल में पढऩे का मौका मिला। यहां उन्होंने छठवीं से बारहवीं तक की पढ़ाई पूर्ण की। उन्होंने बताया कि यहां पढऩे से उन्हें अन्य बच्चों से काम्पीटिशन पैदा हुआ। साथ ही अन्य परीक्षाओं की बेहतर जानकारी एवं मार्गदर्शन मिलता रहा। जिसके चलते उन्होंने पीएमटी प्रवेश परीक्षा दिलायी एवं सफल भी हुए और आज उनका एमबीबीएस पूर्ण हो चुका है। रोहित पैंकरा आज सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अकलतरा में पदस्थ है। साथ ही उच्च शिक्षा हेतु तैयारी भी कर रहे है। उन्होंने बताया कि यह योजना बेहतर शिक्षा के साथ मार्गदर्शक की भूमिका निभायी।
पंडित जवाहर लाल नेहरू उत्कर्ष योजना के तहत छ.ग.राज्य के अंतर्गत चयनित उत्कृष्ट प्राइवेट स्कूलों में प्रवेश कराया जाता है एवं शाला का पूर्ण शुल्क शासन द्वारा वहन किया जाता है। योजनान्तर्गत कक्षा 12 वीं तक अध्ययन की सुविधा होती है। रायगढ़ जिले में संस्कार पब्लिक स्कूल एवं दिल्ली पब्लिक स्कूल में यह योजना संचालित है। इस योजना के तहत विद्यार्थी को छत्तीसगढ़ राज्य का मूल निवासी होना चाहिए तथा सक्षम प्राधिकारी द्वारा जारी अनुसूचित जाति या जनजाति वर्ग का स्थायी जाति निवास प्रमाण पत्र होना आवश्यक है। विद्यार्थी को छत्तीसगढ़ में संचालित किसी मान्यता प्राप्त संस्था में कक्षा 5वीं में नियमित रूप से अध्ययनरत होना आवश्यक है तथा कक्षा चौथीं की परीक्षा में 80 प्रतिशत से अधिक अंक या समकक्ष ग्रेड प्राप्त करने वाले विद्यार्थी चयन परीक्षा में शामिल होने के पात्र होंगे। पिता या पालक की समस्त स्त्रोतों से वार्षिक आय 2.50 लाख रूपए से अधिक न हो तथा निर्धारित प्रपत्र में पालक का स्वघोषणा पत्र होना चाहिए। इस योजना के अंतर्गत सिर्फ ग्रामीण क्षेत्र में स्थित विद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थियों का चयन ही किया जाएगा। छात्र-छात्रा जिले के मूल निवासी हो, उसी जिले में आवेदन की पात्रता होगी।