शासकीय मछली बीच उत्पादन हेचरी में शराबियों का जमावड़ा

रिपोर्टर : धनंजय चंद
पखांजूर। ज्ञात हो कि मत्स्य बीज प्रक्षेत्र पखांजूर के हेचरी में रोजाना शाम होते ही शराबियों का जमावड़ा लगा रहता है, यहा तक की कुर्सी लगाकर शराब पीते है शराब प्रेमी मछली बीज उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए शासन के लाखों रुपए की लागत से पखांजूर क्षेत्र में मछली बीज उत्पादन हेचरी का निर्माण किया गया है, परंतु देख रेख के आभाव में हेचरी शराबियों का शराबखाना बनता जा रहा है।
बता दे कि मछली बीज उत्पादन में सबसे अहम किरदार सीमेंट से बना आयताकार बोतल जो तस्वीर में चार नग है। इसी बोतल में मछली के अंडों को लगातार 72 घंटों तक घुमाया जाता है, जिसके बाद मछली का सूक्ष्म बीज (बच्चा) तैयार होता है, इतनी महत्वपूर्ण स्थान में बैठकर शराबी शराब पीते हैं, कांच की बोतल को उसी स्थान पर तोड़ कर फेंकते है, ग्रामीणों ने नाम न बतलाने से शर्त पर बतलाया हमने कई बार मना किया है परंतु शराबी नहीं मानते है, शासन के कर्मचारी देखने भी नहीं आते है। इस संबंध में मत्स्य विभाग पखांजूर के मत्स्य अधिकारी चंद्रशेखर चिंतुर से बात करने का प्रयास किया गया परंतु उनके द्वारा फोन रिसीव नहीं किया गया।