पूर्व मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने राष्ट्रीय दिव्यांग शतरंज प्रतियोगिता का किया समापन
स्व. राघवेन्द्र सिंह तिवारी समाज सेवा और बेबाकी के लिए सदैव याद किए जाएंगे – श्री शुक्ल
रीवा @ सुभाष मिश्रा। रीवा अधरजिया महापरिषद तथा सशक्त दिव्यांग संस्थान रीवा द्वारा दो दिवसीय राष्ट्रीय दिव्यांग शतरंज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी तथा पूर्व विधायक स्वर्गीय राघवेन्द्र सिंह तिवारी की स्मृति में आयोजित प्रतियोगिता में देश के विभिन्न राज्यों के 80 दिव्यांग खिलाड़ियों ने भाग लिया। पूर्व मंत्री एवं विधायक रीवा राजेन्द्र शुक्ल ने डाइट सभागार में प्रतियोगिता का समापन किया। श्री शुक्ल ने विजेता और उप विजेता खिलाड़ियों को पुरस्कार प्रदान किए। इस अवसर पर पूर्व मंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि मुझे छात्र जीवन से स्वर्गीय राघवेन्द्र सिंह तिवारी के सानिध्य का अवसर मिला। श्री तिवारी समाज सेवा और बेबाक शैली में बातचीत के लिए सदैव याद किए जाएंगे। पूरे आत्मविश्वास और विशिष्ट शैली में बड़े प्रभावी ढंग से श्री तिवारी अपनी बात रखते थे। मुझे उन्होंने कई राजनैतिक गुर सिखाए। श्री राघवेन्द्र सिंह तिवारी ही नहीं अधरजिया सिंह तिवारी परिवार के कई विधायक और नेता राजनैतिक ईमानदारी और बेबाक अंदाज के लिए जाने जाते हैं।
श्री शुक्ल ने कहा कि रीवा में दिव्यांगों के लिए राष्ट्रीय शतरंज प्रतियोगिता का आयोजन होना बहुत सराहनीय कदम है। दिव्यांग विशेष गुण वाले व्यक्ति हैं। इन्हें सही अवसर दिया जाए तो समाज में इनका योगदान सराहनीय होगा। अधरजिया महापरिषद ने दिव्यांगों के लिए प्रतियोगिता का आयोजन करके सराहनीय कार्य किया है। रीवा के ही स्वर्गीय यमुना प्रसाद शास्त्री दिव्यांग होते हुए भी दूर दृष्टि रखते थे। उनके प्रयासों और दूर दृष्टि का परिणाम बाणसागर बांध के रूप में विन्ध्य क्षेत्र को मिला है। जब हम एक लक्ष्य निर्धारित कर उसके लिए सतत प्रयास करते हैं तो सफलता अवश्य मिलती है। रीवा के विकास के लिए भी लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। रीवा तेजी से बदल रहा है। यहाँ निर्माण कार्यों के साथ-साथ खेल, आध्यात्म, कला तथा अन्य क्षेत्रों की गतिविधियाँ जारी हैं।
समारोह में दृष्टि बाधित वर्ग में विजेता प्रखर कुमरावत तथा उप विजेता मयंक को पुरस्कृत किया गया। महिला वर्ग में विजेता राजस्थान की सुमन तथा उप विजेता अंजू को सम्मानित किया गया। दृष्टि बाधित वर्ग में राष्ट्रीय खिलाड़ी तथा विजेता तारा कुमार नापित एवं कनछेदी लाल को पुरस्कृत किया गया । समारोह में मेजर मृगेन्द्र सिंह तिवारी, प्राचार्य डाइट श्यामनारायण शर्मा तथा हर्षवर्धन तिवारी ने भी अपने विचार व्यक्त किए। समारोह में राकेश सिंह तिवारी ने स्वर्गीय राघवेन्द्र सिंह तिवारी का जीवन परिचय प्रस्तुत किया। प्रतियोगिता के आयोजन में अनिल सिंह तिवारी, जगतपाल सिंह तिवारी, सत्येन्द्र सिंह तिवारी, सतीश सिंह तिवारी, प्रत्यूशील सिंह तिवारी, संजय रवि, विवेक सिंह, मनीष अवस्थी, प्रदीप शुक्ला, उपेन्द्र पाण्डेय तथा रविकांत चौधरी ने सराहनीय योगदान दिया।