रीवा @ सुभाष मिश्रा। विंध्य के सबसे बड़े संजय गांधी अस्पताल में फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है जहां पर फर्जी तरीके से अस्पताल की वेबसाइट और फर्जी सील लगाकर जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र बनाए गए है। अस्पताल प्रबंधन को जब इस फर्जीवाड़े की जानकारी हुई तो उन्होंने मामले की शिकायत अमहिया थाने में की है जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर सायबर सेल की मदद से मामले की जांच शुरु कर दी है ऐसा माना जा रहा है की इस फर्जीवाड़े में अस्पताल का ही कोई व्यक्ति शामिल है।
इन दिनों जालसाजों द्वारा रीवा के श्यामशाह मेडिकल कालेज से संबद्ध संजय गांधी अस्पताल और गांधी स्मृति चिकित्सालय में फर्जी जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र बनाए जाने का फर्जीवाड़ा किया जा रहा है। इनके द्वारा फर्जी वेबसाइट से अस्पताल की फर्जी सील लगाकर प्रमाण पत्र जारी किए जा रहे है। अस्पताल प्रबंधन को जब इस बात की जानकारी हुई तो उन्होंने इसकी शिकायत अमहिया थाने में दर्ज कराई है जिसके बाद पुलिस सायबर सेल की मदद से इस फर्जीवाड़े का पता लगाने का प्रयास कर रही है। अस्पताल प्रबंधन भी एक कमेटी भी बनाकर इस फर्जीवाड़े का पता लगाने का प्रयास कर रही। इस फर्जीवाड़े का खुलासा कुछ दिन पूर्व हुआ है हनुमना तहसील के रामधीन सिंह गोड़ का मृत्यु प्रमाण पत्र 20 अप्रैल को जारी हुआ था। इसके बारे अस्पताल से जानकारी मांगी गई थी उक्त मृत्यु प्रमाण पत्र के संबंध में जब दस्तावेज चेक किए गए तो उनके रिकार्ड में इस नाम से मृत्यु प्रमाण पत्र जारी ही नहीं किया गया था। जब इसकी जांच की गई तो पता चला कि किसी ने अस्पताल के नाम से फर्जी वेबसाइट बनाई है और वह लोगों को जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कर रहा है। इस तरह के फर्जीवाड़े के तीन मामले अभी सामने आए है।