रिपोर्टर : लोकेश्वर सिन्हा
गरियाबंद। गरियाबंद में देवभोग ब्लॉक के नांगलदेही गांव के ज्यादातर लोग बीमार है। वजह यहां के सभी वाटर सोर्स में फ्लोराइड की मात्रा तह मानक से 10 गुना ज्यादा की मौजूदगी है। 700 की आबादी वाले इस गांव में 300 से ज्यादा लोगो को किसी न किसी प्रकार की शारीरिक परेशानी हो रही।
बच्चे से लेकर युवा तक के दांत पीले हो गए हैं, कमर में अकड़न, घुटने में सूजन, शरीर में दर्द के अलावा थकान और कमजोरी जैसे बिमारी से जकड़े हुए हैं। गांव के इस बिमारी के वजह से युवक युवतियों के शादी विवाह भी बाधित हो रहा है।
देवभोग ब्लॉक के 40 स्कूलों में फ्लोराइड की अधिकता का पता 2016 में चल गया था। साथ ही 2021 में इन स्कूलों में 7 करोड़ खर्च कर फ्लोराइड रिमूवल प्लांट भी लगा दिए गए, लेकिन देखरेख के अभाव में 6 माह बाद सभी रिमूवल प्लांट बंद हो गए। फ्लोराइड अधिकता वाले गांव में पीने के पानी का कोई विकल्प भी नही, पीएचई के अफसर सरकार से मंजूरी मिलने के बाद रिमूवल प्लांट में सुधार की बात कह रहे है। इधर स्वास्थ्य विभाग के अफसर गांव के बीमार ग्रामीणों से बेखबर हैं। ऐसे में ग्रामीण अब भगवान भरोसे जीने को मजबूर हैं।