गांव के बीच में बने सरकारी तालाब पर अतिक्रमण करके बना लिए मकान
अतरैला पूछीं तालाब में गांव के तालाब के पास लोगों ने अतिक्रमण कर मकान बना लिए हैं। एसडीएम, तहसीलदार को शिकायत करने के बाद भी हो गया कब्जा।
जनपद पंचायत जवा के ग्राम पंचायत अतरैला पूछीं में राजस्व विभाग की अनदेखी के चलते सरकारी तालाब पर कब्जा अतिक्रमण किया जा रहा है। गांव के दबंग लोगों ने गांव के आसपास की सरकारी तालाब को अपने कब्जे में लिया है।
वहीं दूसरी ओर अब गांव के बीचों बीच स्थित शासकीय तालाब के चारों ओर भी लगातार अतिक्रमण किया जा रहा है। बीते एक साल के दौरान एक दर्जन मकान बना लिए गए हैं। गांव के ग्रामीणों ने बताया कि अतरैला में पटवारी व आरआई की मिलीभगत के चलते बीते कई साल से सरकारी जमीन पर अतिक्रमण करने का खेल चल रहा है। गांव के आसपास जहां कहीं भी सरकारी जमीन पर वहां पर दबंग पहले चारों ओर से कांटों की बाड़ी लगा देते हैं। इसके बाद तार की फेसिंग करने के बाद वहां पर कच्चा मकान बनाकर दूसरे लोगों को बेच देते हैं। उन्होंने बताया कि दो माह पहले ही मामले की शिकायत पटवारी व आरआई से की थी, लेकिन उन्होंने कोई ध्यान नहीं दिया। इसके बाद जवा तहसीलदार राजेंद्र शुक्ला से भी अतिक्रमण की शिकायत थी, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई हुई।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश हैं कि तालाबों के आसपास की सरकारी जमीन पर कहीं पर भी अतिक्रमण न हो, इसकी जिम्मेदार संबंधित क्षेत्र के राजस्व अधिकारियों की है, लेकिन यहां पर राजस्व अधिकारी ही अतिक्रमणकारियों से सांठगांठ कर सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कराने में लगे हैं। इस मामले की जांच होना आवश्यक है। अतरैला पूछीं तालाब, छतुरिया तालाब बम्हना जैसे तहसील में सैकड़ो तालाबों में अतिक्रमण किया गया है।
कल ही दिखवाता हूं :
मैं कल ही पटवारी को अतरैला में भेजकर जांच करता हूं। यदि अतिक्रमण पाया जाता है तो उसे हटाने की कार्रवाई की जाएगी। मेरे पास अभी तक अतिक्रमण के संबंध में कोई शिकायत नहीं आई : राजेंद्र शुक्ला, तहसीलदार जवा