छत्तीसगढ़ में मीडिया पर आपातकाल, सरकार संरक्षित रेत माफिया भी ढाने लगे कहर- केदार
रायपुर। छत्तीसगढ़ भाजपा प्रदेश महामंत्री केदार कश्यप ने कोंडागांव जिले के फरसगांव जो कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम का गृह क्षेत्र है में रेत माफिया द्वारा अवैध रेत उत्खनन की हकीकत सामने ला रहे पत्रकारों पर हमले और उनके वाहनों में तोड़फोड़ की वारदात को कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार के संरक्षण में हुआ मीडिया पर हमला करार देते हुए कहा कि भूपेश बघेल के राज में मीडिया पर अघोषित आपातकाल लागू है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार की करतूतें सामने लाने वाले पत्रकारों का दमन हो रहा है। उनके परिवारों का मानसिक उत्पीड़न हो रहा है। सरकार के संरक्षण में हो रहे घपले घोटाले की जानकारी जनता तक पहुंचाने वाले पत्रकारों के खिलाफ षड्यंत्र करके उन्हें जेल में ठूंसा जा रहा है। सुनील नामदेव, नीलेश शर्मा, कोंडागांव के पत्रकारों सहित प्रदेश भर में कई पत्रकार सरकार और उसके पालतू माफिया के शिकार हुए हैं।
भाजपा प्रदेश महामंत्री केदार कश्यप ने कहा कि पूरे छत्तीसगढ़ में सरकार के पैदा किये और पाले पोसे माफिया को छत्तीसगढ़ की सम्पदा लूटने की छूट मिली है। सरकार के संरक्षण में कोल माफिया, शराब माफिया और रेत माफिया सक्रिय हैं। इनके खिलाफ सरकार के संबंधित विभाग कोई कार्रवाई नहीं करते क्योंकि उनके हाथ कांग्रेस सरकार ने बांध रखे हैं। जब चौथा स्तंभ अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए भूपेश बघेल सरकार के अंधेर नगरी चौपट राज की हकीकत सामने लाते हैं तो उन पर भूपेश बघेल की पुलिस और भूपेश बघेल सरकार के संरक्षित माफिया का कहर टूट पड़ता है।
भाजपा प्रदेश महामंत्री केदार कश्यप ने कहा कि कांग्रेस छत्तीसगढ़ में माफिया राज चला रही है। पहले दिन से ही लूट मची हुई है। हर तरह के घोटाले कराके कांग्रेस वसूली कर रही है। अपराध और अपराधियों की कमाई से कांग्रेस का खर्च चल रहा है। छत्तीसगढ़ अपराधगढ़ में बदल गया है। आम जनता ही नहीं, पत्रकार भी इस माफिया सरकार के जुल्मों के शिकार हो रहे हैं। कांग्रेस की सरकार ने छत्तीसगढ़ की दुर्दशा कर दी है और अब विदाई की बेला में गुंडागर्दी पर उतर आई है। इस भ्रष्ट और माफिया राज से छत्तीसगढ़ में त्राहि त्राहि मची हुई है।