जिला प्रभारी विमल सुराना ने लगाया रेलवे को समाप्त करने का केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप, कहा – साजिश रच रही मोदी सरकार

सुकमा @ बालक राम यादव। जिले के सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत करते हुए जिला प्रभारी विमल सुराना ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार, देश की सबसे विश्वसनीय यात्री सेवा रेल सुविधा को समाप्त करने का साजिश रच रही है। वर्षों से भारतीय रेल आम जनता का भरोसेमंद सस्ता और सुलभ परिवहन का पर्याय हुआ करता था, जिसे मोदी सरकार ने रेल्वे की विश्वसनीयता को खत्म करते हुए निजी हाथों में बेचने का षडयंत्र कर रही है और आये दिन ट्रेनों के परिचालन को निरस्त कर रही है। वर्तमान में 24 ट्रेनो परिचालन रद्द कर दिया गया है. जिससे छत्तीसगढ़ के रेल यात्रियों को सुविधा से वंचित होना पड़ रहा है। इस प्रकरण को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज ने गंभीरता से लेते हुए राज्य के आमजनता की इस लड़ाई को चरणबद्धरूप से आंदोलन के माध्यम से लड़ने का निर्णय लिया है।

बिलासपुर रेलवे जोन जिसके अंतर्गत छत्तीसगढ़ आता है यहां से केवल माल भाड़े से केंद्र की मोदी सरकार 20000 से 22000 करोड़ रुपए हर साल कमाती है। लेकीन जब सुविधा देने की जब आ रही है तो विगत 9 साल से मोदी राज में छत्तीसगढ़ के रेल यात्रियों को केंद्र की उपेक्षा मिली है। भाजपाई बताएं कि छत्तीसगढ़ के यात्रियों से आखिर किस बात का बदला ले रही है मोदी सरकार?

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दर्जनों बार देश के प्रधानमंत्री और रेल मंत्री को छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली ट्रेनों के संचालन की व्यवस्था को दुरुस्त करने अनेकों पत्र लिखा है लेकिन छत्तीसगढ़ के प्रति केंद्र की उपेक्षा, भेदभाव और अव्यवस्था यथावत जारी है। पूर्ववर्ती सरकारें रेल्वे को नागरिकों की सुविधा के लिये चलाती थी. मोदी सरकार कमाने के लिये जनता को लूटने के लिये इस्तेमाल कर रही। देश भर में कोरोना के सारे प्रतिबंध हटा दिये गये लेकिन रेल्वे कोरोना के नाम पर जनता को मिलेन वाली सारी सुविधाये बंद कर दिया। वृद्ध. विकलांग, छात्रों की सुविधायें हटा दिया। रेल्वे स्टेशन पर टिकिट बिक्री बंद कर टिकिटों के दाम बढ़ा दिया गया।

भाजपा और केंद्र दावा करता है कि मेन्टेनेंस के कारण ट्रेन रद्द होती है। ट्रेन मेन्टेनेंस के कारण ट्रेनों को रद्द किया गया है तो फिर उसी रेलवे ट्रेक पर मालगाड़ियों का परिचालन कैसे किया जा रहा है। न सिर्फ मालगाड़ियों का परिचालन किया जा रहा उनकी संख्या दोगुनी भी कर दी गयी है। छत्तीसगढ़ की धरती रत्नगर्भा है। हमारे यहां कोयले का प्रचुर भंडार है। इसका मतलब यह तो नहीं कि खामियाजा प्रदेश की जनता को भुगतना पड़ेगा। जिन मार्गो पर ट्रेनों को बंद किया गया वहां पर कुछ दूसरी ट्रेन चलेगी। धड़ल्ले से मालवाहन ट्रेन भी चलेगी। फिर शेष ट्रेनों को चलाने में क्या परेशानी होगी? जब सवारी ट्रेनों से 50 गुना ज्यादा वजन लेकर मालगाड़ियां चल सकती है तब सवारी गाड़ी को ही क्यों बंद किया गया?

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव बिलासपुर से सांसद है, प्रदेश की जनता ने केंद्र में चुनकर भेजा है लेकिन वे जनता के प्रति अपना धर्म निभाने में पूरी तरह से नाकाम रहे हैं। देशभर में सबसे ज्यादा पीड़ित, प्रताडित और उपेक्षित बिलासपुर जोन के ही छत्तीसगढ़ के रेल यात्री हैं। विगत सवा 3 साल के भीतर छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली 67 हजार से अधिक ट्रेनें निरस्त की गई लेकिन दलीय चटुकारिता में छत्तीसगढ़ से लोकसभा के लिए चुने गए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सहित 9-9 सांसद मौन क्यों है?

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