कोण्डागांव @ रूपेंद्र कोर्राम। नीलकंठ टेकाम के भाजपा प्रवेश और संभावित विधानसभा प्रत्याशी घोषणा से वरिष्ठ भाजपा कार्यकर्ताओं में खासा नाराजगी नजर आ रही है | यदि नीलकंठ टेकाम को लेकर आदिवासी समाज समीकरण कि बात करें तो टेकाम कमजोर नज़र आते हैं ।
केशकाल विधानसभा अंतर्गत आने वाले सभी चार मंडलों के वरिष्ठ कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी लगातार भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के नेताओं के कार्यालय के चक्कर काटते नजर आ रहे हैं । मंडल अध्यक्षों तथा भाजपा के सभी संभावित दावेदार नीलकंठ टेकाम के भाजपा प्रवेश करने के दौरान राजधानी रायपुर की चक्कर काटने मजबूर हो गए हैं | यदि सूत्रों कि माने तो नीलकंठ टेकाम के भाजपा प्रवेश से लगभग 70% समर्पित पदाधिकारी तथा कार्यकर्ता नाखुश नजर आ रहे हैं। नीलकंठ टेकाम के तीन वर्ष के कलेक्टर कार्यकाल के दौरान किए गए कार्यों का गुणगान भी किया जा रहा है तो कई तरह के आरोप भी लग रहे हैं ।कांग्रेस पार्टी के वर्तमान विधायक संतराम नेताम ने तो बाहरी व्यक्ति संबोधित करते हुए टेकाम के कलेक्टर कार्यकाल के दौरान किए 18 काले कारनामों को जनता के समक्ष उजागर करने की दावा भी कर रहे हैं ।
नीलकंठ टेकाम के खेमे में जो लोग नजर आ रहे हैं बताया जाता है कि वे भाजपा से निष्कासित लोग हैं । सूत्र बताते हैं कि नीलकंठ टेकाम के भाजपा प्रवेश के दौरान उनके साथ जो समर्थक आए थे वह अब कांग्रेस के दामन थाम लिए हैं। इन दिनों केशकाल विधानसभा के भाजपा खेमे में काफी ज्यादा गहमा गहमी का माहौल देखने को मिल रहा है विदित हो कि कोंडागांव जिले के पूर्व कलेक्टर नीलकंठ टेकाम के भाजपा प्रवेश कार्यक्रम के दौरान भाजपा के छत्तीसगढ़ प्रदेश प्रभारी ओम माथुर के द्वारा आयोजित सभा में नीलकंठ टेकाम को केशकाल विधानसभा से संभावित प्रत्याशी कहते हुए एक तरफा माहौल बनाया गया था । साथ ही छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने भी पूर्व कलेक्टर नीलकंठ टेकाम को ही केशकाल विधानसभा के लिए उचित दावेदार मानते हुए विधानसभा के उम्मीद्वार बताते हुए सार्वजनिक ऐलान भी कर दिया गया था | जिससे कहीं ना कहीं भाजपा के पुराने पार्टी समर्पित कार्यकर्ताओं तथा आदिवासी समाज से आने वाले पार्टी पदाधिकारियों व केशकाल विधानसभा के संभावित दावेदारों को ना गवार गुजर रही है । क्योंकि सभी समर्पित कार्यकर्ता विगत कई वर्षों से भारतीय जनता पार्टी के लिए निष्ठा और ईमानदारी पूर्वक कार्य करते आ रहे हैं और कहीं ना कहीं आशा और उम्मीद भी रखते हैं कि पार्टी आने वाले चुनाव में उन्हें भाजपा से बतौर प्रत्याशी नाम घोषित कर चुनावी मैदान में भी उतारेगी | किंतु दुर्भाग्य देखिए भाजपा के केशकाल विधानसभा के सभी दावेदारों का, की भाजपा के पास एक दर्जन से अधिक दावेदार हैं किंतु उन्हें दरकिनार कर एक तथा कथित बाहरी व्यक्ति को अपना प्रत्याशी घोषित कर एक नया शोध करने जा रही है | क्योंकि केशकाल विधानसभा लगातार भाजपा के पाले से बाहर है |
भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के नेताओं को लगता है कि नीलकंठ टेकाम भाजपा के लिए पैराशूट का कार्य करेंगे | किंतु पार्टी यह भूल रही है की एक पैराशूट खोलने के चक्कर में अपने कई दर्जनों पार्टी समर्पित कार्यकर्ताओं को खो देगी और भविष्य में भारतीय जनता पार्टी का केशकाल विधानसभा से पूर्व की तरह पहचान मिट जाएगी | जिसके जिम्मेदार भी खुद ही होंगे |