खाद-बीज की कालाबाजारी को लेकर ‘आप’ कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन, कृषि मंत्री के आवास का किया घेराव
रायपुर। आम आदमी पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को बाजारों में धड़ल्ले से बिक रही मिलावटी और नकली खाद-बीज सहित किसानों की लंबित समस्याओं और मांगों को लेकर कृषि मंत्री ताम्रध्वज साहू के आवास का घेराव किया। इस दौरान प्रदेशभर से राजधानी रायपुर पहुंचे ‘आप’ नेता व कार्यकर्ताओं ने अपनी मांगों को लेकर कृषि मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। मौके पर “आप” प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी ने सत्ताधारी दल पर निशाना साधते हुए कहा कि किसानों के प्रति उदासीन भूपेश सरकार के निरंकुश रवैये से प्रदेश के किसान त्रस्त हैं।
आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने मांग की है कि किसानों को नकली खाद और बीज की लूट से बचाने और खरीफ के फसल के भरपूर उत्पादन को सुनिश्चित करने के लिए सरकार तुरंत पहल करे और किसानों के लिए बीज और खाद की पर्याप्त व्यवस्था करे। जब प्रदेश में मानसून ने दस्तक दे दी है और किसान खरीफ की फसल की बुआई की तैयारी में जुटा है, तब प्रदेश सरकार ने मानसून से पूर्व न तो पर्याप्त मात्रा में खाद की व्यवस्था की है और न ही बीज ही उपलब्ध कराया है। बारिश के बाद तो कई ग्रामीण क्षेत्रों में बीज खाद पहुंचना ही असंभव हो जायेगा। किसानों को हर बार की तरह इस बार भी धान के बीज के साथ ही खाद के लिए परेशान होना पड़ रहा है।
साथ ही आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी ने खाद-बीज की कालाबाजारी पर कहा कि नकली खाद-बीज की किल्लत पैदाकर सरकारी संरक्षण में किसानों को लूटने की साजिश की जा रही है। प्रदेश भर के किसान सोयाबीन, धान, बाजरा, मक्का, मूंग, मूंगफली, ज्वार आदि के बीज के लिए भटक रहें हैं। सरकार ने सरकारी खरीद केंद्रों पर जो बीज पहुंचाया है, वह ऊंट के मुंह में जीरा है, जो प्रभावशाली किसानों के बीच बंट कर रह जायेगा। आम किसानों को फसल की बोवनी करने के लिए निजी बीज केंद्रो से बीज खरीदने और लुटने पर मजबूर होना पड़ेगा।
“आप” नेता ने कहा कि किसानों की यह लूट राजनीतिक संरक्षण में प्रशासन और कालाबाजारियों की सांठगांठ से होती है। किसानों को न केवल बीज कालाबाजारी में खरीदने पड़ते हैं बल्कि नकली बीज भी मिलते हैं। यह कालाबाजारी सिर्फ बीज ही नहीं, बल्कि खाद भी नकली और कालाबाजारी में खरीदना पड़ती है। साथ ही उन्होंने का कहा कि आमतौर पर निजी दुकानों से मिलने वाले बीज और खाद की किसानों को रसीद भी नहीं मिलती है इसलिए यदि किसानों की फसल अंकुरित नहीं होती है या उसमें फूल और फली नहीं आती है तो किसान बीज कंपनी पर मुआवजे के लिए दावा भी नहीं कर सकते हैं।
मौके पर “आप” नेता ने मांग की है कि किसानों को नकली खाद और बीज की लूट से बचाने और खरीफ के फसल के भरपूर उत्पादन को सुनिश्चित करने के लिए सरकार तुरंत पहल करे और किसानों के लिए बीज और खाद की पर्याप्त व्यवस्था करे।