कच्ची सड़क का पक्कीकरण किए जाने की मांग, बरसात का मौसम आते ही ग्रामीणों के लिए बन जाता है सरदर्द
कांकेर @ धनंजय चंद। सड़क किसी भी क्षेत्र के विकास का प्रतीक माना जाता है, अगर सड़क ही ठीक नही रहेगी तो विकास के दावे करना खोखला साबित होता है । जिले के बांदे तहसील में ऐसी ही एक सड़क की बात कर रहे है जो पी व्ही 81और 82 से जाती हुई पखांजूर – बांदे जाने वाली मुख्य सड़क से जुड़ती है। सड़क से हो कर रोजाना किसान,मजदूर, ग्रामीण, विद्यार्थी एवं व्यवसायी आवाजाही करते हैं। कई वर्षों पूर्व मिट्टी मोरम से कच्ची सड़क का निर्माण किया गया था। जो अब सड़क पूर्ण रूप से जर्जर होने लगी है। बरसात का मौसम आते ही ग्रामीणों के लिए सरदर्द बन जाता है ।
फिसलन भरा सड़क के कारण सभी उम्र के लोगों के लिए परेशानी बढ़ जाती है । जिसे लेकर आज स्थानीय ग्रामवासियों ने मोर्चा खोल दिया । इस बारे में स्थानीय ग्रामीण व राहगीरों का कहना है कि चुनाव के समय में सभी रंग बिरंगी नेताजी के द्वारा सड़क की दशा सुधारने का आश्वासन देते है । कहा कि जैसे ही चुनाव समाप्त होती है सड़क अपनी दशा पर पुनः आंसू बहाने लगती है ।
प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों की इस रास्ता की ओर घोर उदासीनता है । स्थानीय लोगो को पुरानी सरकार और वर्तमान सरकार से उम्मीद ही नही रही है । लेकिन हताशा भरे मन से दुबारा पुन: एक बार सड़क की स्थिति में सुधार करने और सड़क कच्ची से पक्कीकरण में तब्दील मांग कर रही है।
अब देखने वाली बात यह होगी कि शासन प्रशासन आखिर कब तक इन ग्रामीणों की मांग को पूरा करती है या फिर इन्हें ऐसे ही बेबस रहने के लिए छोड़ देती है ।