कांकेर @ धनंजय चंद। शहर के एक निजी अस्पताल में प्रसव के बाद महिला की मौत के मामले में परिजनों ने एक बार फिर अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। परिजनों का आरोप है अब तक अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कार्यवाही नहीं किया गया है और अस्पताल को फिर से खोल दिया गया है । आज सुबह 11 बजे अचानक परिजन अस्पताल पहुंच गए, जहां सड़क जाम करने की कोशिश करने लगे. इस दौरान पुलिस की समझाइश के बाद सड़क से हट कर अस्पताल में जाकर हंगमा करने लगे ।
मृतक के भाई शेख असलम ने कहा कि महीना भर हो गया है यह घटना हुए, अब तक कार्यवाही नही हुई है। कई बार थाना चला गया मामला दर्ज करने को लेकर, लेकिन किस हिसाब से मामला दर्ज करेंगे बोल रहे है । डॉक्टर के ऊपर में आप केस करोगे फॉरेंसिक रिपोर्ट जब तक नहीं आएगी केस नहीं होगा। हॉस्पिटल में सील लगा हुआ था. हम कल परसों आकर यहां देखे तो हॉस्पिटल खुला हुआ है। हमारे घर कुछ लोग आते हैं और हम को बोलते हैं कुछ पैसे वगैरा ले लो सेटलमेंट कर लो हॉस्पिटल कितने दिन बंद रखा होगे और बच्चे के लिए कुछ है तो लाख डेढ़ लाख रुपए ले लीजिए और बंद कर दीजिए।अपना केस कोई सारी चीजें हटाओ यह तो होते रहता है दुर्घटना कितने दिन अस्पताल बंद करा कर रखोगे बोलते है।
जब हॉस्पिटल में मैं अपनी बहन को डिलीवरी के लिए लाया था, उस समय एकदम नॉर्मल थी । बहुत सोचते थी, उसका ब्लड वगैरह सब रिपोर्ट भी ठीक था। जांच रिपोर्ट में कुछ बता भी नहीं रहे हैं और इधर उधर अफवाह फैली हुई है कि उसका डेट जो है हार्ट अटैक से हुआ है । बस मैं चाहता हूं कि मेरी बहन के साथ इंसाफ हो।
गौरतलब हो कि 28 जून को महिला की मौत की खबर जैसे ही परिजनों को मिली उन्होंने उस दिन भी हंगामा कर दिया था और अस्पताल में जमकर तोड़फोड़ की साथ ही डॉक्टर के साथ भी परिजनों की झूमाझटकी हुई थी ।
मामले की गंभीरता को देखते हुए घटना के बाद प्रशासन ने तत्काल जांच टीम गठित कर दिया था । मामले में जिला स्वास्थ्य अधिकारी अविनाश खरे ने बताया कि घटना के बाद से टीम घटित कर जांच चल रही है। जांच रिपोर्ट कल आ जायेगी। अस्पताल को हमने बंद नहीं करवाया था। उन्होंने स्वयं ही अस्पताल बंद कर दिया था। प्रारंभिक जांच में खामियां पाए जाने पर 20 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया था। कल जैसे ही जांच रिपोर्ट आएगी उसके आधार पर आगे की कार्यवाही की जाएगी।