रायपुर। शहर को साफ रखने के साथ ही गलियों और सड़कों पर कचरा न फैले इसलिए करीब डेढ़ साल पहले नगर निगम ने डेढ़ लाख से ज्यादा डस्टबिन बांटे थे। 70 वार्डों में घर-घर डस्टबिन पहुंचाने की कोशिश की गई, लेकिन शहर में कचरा फैलना नहीं रुका। अब एक बार फिर निगम वाले 2 लाख से ज्यादा डस्टबिन बांटेंगे। आचार संहिता खत्म होने के बाद इसकी खरीदी के लिए टेंडर जारी किया जाएगा।
डस्टबिन की खरीदी के लिए एक साल पहले एक करोड़ खर्च किए गए थे, इस बार 1.25 करोड़ खर्च करने की तैयारी है। हजारों की संख्या में डस्टबिन बांटने के बाद भी स्वच्छता रैंकिंग में रायपुर बेहद पीछे है। पिछले तीन साल से रैंकिंग में भी बड़ा बदलाव नहीं हो रहा है। गलियों और सड़कों पर पहले की तरह ही कचरा फैला था। इससे आम लोग सबसे ज्यादा परेशान रहते हैं। वार्डों के मुक्कड़ों के कचरे की बदबू से लोगों का आना-जाना भी मुश्किल होता है।