रीवा @ सुभाष मिश्रा। रीवा जिले के जवा जनपद अंतर्गत नीगा ग्राम पंचायत के सरपंच पर प्राण घातक हमला करने वाले दो आरोपी गिरफ्तार हो गए है। पुलिस का कहना है कि हत्या के प्रयास की एफआईआर दर्ज हाेने के बाद दोनों आरोपी गांव से फरार हो गए। इसके बाद पर्यटनस्थल खजुराहो पहुंचे। वहां एक होटल में रूक कर मौज काट रहे थे। इधर घटना के दूसरे दिन जवा चौराहे में आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर दिनभर बवाल चला। ऐसे में एसपी विवेक सिंह के निर्देश पर टीम गठित हुई। तुरंत गिरफ्तारी के निर्देश दिए। वहीं दूसरी ओर रीवा पुलिस की साइबर सेल टीम आरोपियों की लोकेशन ट्रेस कर रही थी। हर एक मूवमेंट का सीडीआर एकत्र हो रहा था। जब आरोपी एक जगह पर स्थायी हो गए। तब दबिश देकर गिरफ्तारी की गई है। दोनों को कोर्ट में पेशकर जेल भेज दिया गया है। दावा है कि पूरा विवाद पुरानी रंजिश को लेकर हुआ है।
जवा थाना प्रभारी उपनिरीक्षक गीताजंली सिंह सोमवंशी ने बताया कि 17 जुलाई की सुबह फरियादी अंकित आदिवासी पुत्र शिव टहल कोल 20 वर्ष निवासी चरपनिहन पूर्वा भनिगवां रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचा। उन्होंने कहा कि 16 जुलाई को चाचा सरपंच अमरजीत कोल पुत्र अमृतलाल कोल 46 वर्ष निवासी गोहट अपने बाइक से चरपनिहन पूर्वा की ओर से घर लौट रहे थे। जैसे ही स्कूल के पास पहुंचे तो दो आरोपी दिखे।
गांव के ही दो आरोपियों ने हमला किया, वहां आरोपी धीरू पाण्डेय पुत्र श्रीनिवाश पाण्डेय निवासी चरपनिहन पूर्वा और प्रिंस मिश्रा पुत्र स्व. जनार्दन मिश्रा निवासी भनिगवां बरुहा टोला ट्रैक्टर खड़े कर नीचे उतरे। इसके बाद चाचा अमरजीत कोल के साथ गाली गलौज शुरू कर दी। विरोध करने पर टांगा और गैती से प्रहार किए। जिससे अधमरा हो गए। ग्रामीणों की सूचना पर परिवार के सदस्य आए। फिर जवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बाद में रीवा लेकर गए।
जवा थाने में अपराध क्रमांक 216/23 आईपीसी धारा 294, 307, 34, 3(2) (v) एससी-एसटी एक्ट कायम कर विवेचना में लिया। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर दो अलग-अलग पार्टियां बनी। एक पार्टी में अतरैला थाना प्रभारी कन्हैया सिंह बघेल तो दूसरी में डभौरा एसडीओपी और जवा पुलिस का संयुक्त दल शामिल रहा है। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर घटना में प्रयुक्त टांगा और गैती जब्त की है।