रायपुर। विधानसभा में एक विशेष अवसर पर सेमहरा (बाहपानी) दुर्घटना में प्रभावित परिवारों के कुल 11 बच्चे विधानसभा की कार्यवाही देखने और परिसर का भ्रमण करने पहुंचे। बच्चों में अंजली धुर्वे (17), सुषमा धुर्वे (15), जयसूर्या धुर्वे (13), कुसुम श्याम (17), प्रमेष श्याम (19), इंद्रानी धुर्वे (17), सूरज मरावी (13), संगीता मरावी (16), गंगोत्री मरावी (19), लोचन मरावी (14), और मनीषा धुर्वे (19) शामिल थे।
आपको बात दें कि 20 मई को तेंदूपत्ता तोड़ने गए ग्रामीणों का पिकअप वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें दिवंगत हुए लोगों के बच्चों ने मंगलवार को विधानसभा पहुंचकर परिसर का भ्रमण किया और विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह से मुलाकात की।
डॉ रमन सिंह ने बच्चों की विधायिका के प्रति जागरूकता की सराहना की और उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए कामना की। उन्होंने बच्चों के प्रति अपनी संवेदनाएं भी व्यक्त कीं। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ शासन के कैबिनेट मंत्री रामविचार नेताम और पंडरिया विधायक श्रीमती भावना बोहरा भी उपस्थित रहीं।
विधानसभा का दौरा करने के बाद, बच्चों ने सदन की कार्यवाही भी देखी और विधायिका की कार्यप्रणाली के बारे में जानकारी प्राप्त की। यह दौरा बच्चों के लिए न केवल शैक्षणिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण था, बल्कि उनके मानसिक संबल को भी बढ़ाने में सहायक सिद्ध हुआ।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने कहा, “यह हमारे लिए गर्व की बात है कि ये बच्चे हमारे साथ यहाँ आए हैं। इनकी जागरूकता और विधान प्रक्रिया में रुचि हमें भविष्य के प्रति आशान्वित करती है। हम इनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हैं।”
छत्तीसगढ़ शासन और स्थानीय विधायक भावना बोहरा ने भी बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए उन्हें शिक्षा और विकास के विभिन्न अवसरों की जानकारी दी।
यह कार्यक्रम उन बच्चों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर था, जिन्होंने अपने जीवन में बड़ी कठिनाइयों का सामना किया है। ऐसे आयोजनों से बच्चों को नई ऊर्जा और उत्साह मिलता है, जिससे वे अपने भविष्य के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण रख सकें।