Raipur Breaking : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पाटन दौरे पर जाने से पहले पत्रकारों से की चर्चा, पढ़िए क्या कहा
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पाटन दौरे पर जाने से पहले पत्रकारों से चर्चा की। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि आज सोशल मीडिया का प्रशिक्षण है , इसकी शुरुआत आज हो रही है। लगातार पूरे प्रदेश भर में कार्यक्रम कर रहे है। प्रभारी के निर्देश के अनुसार हो रहा है, अभी हमारे 5 संभाग में प्रशिक्षण हुआ।
अब विधानसभा में जा रहे हैं ,जिसमें सोशल मीडिया प्रमुख है, भाजपा उसी की माध्यम से झूठ फैलाने का काम कर रहे है । उनसे लड़ने के लिए हमारे पास फौज होना चाहिए । सरकार की उपलब्धि है, केंद्र सरकार की नाकामी है बताएंगे, बूथ मैनेजमेंट है, प्रशिक्षण कार्यक्रम है।
अजय चंद्राकर के दिग्विजय घोड़ा वाले बयान पर मुख्यमंत्री ने कहा कि क्या जिम्मेदारी मिली है अजय चंद्राकर को, रमन सिंह का अता पता नही है, ना बृजमोहन का पता है ना कौशिक का पता है । सब कुछ तो ओम माथुर है , आजकल मीडिया में भी वह दिखाई देते, इंटरव्यू ही देखते हैं और यह लोग ट्विटर खेल रहे हैं।
चंद्राकर के हार हमारी हुई है कांग्रेस की जीत नहीं वाले बयान पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अपनी हार स्वीकार किए ना इस समय भी हारेंगे। केंद्रीय नेताओं के दौरे को लेकर उन्होंने कहा कि प्रदेश के नेता हथियार डाल दिए हैं ,जाते हैं तो भीड़ नहीं आती। ओम माथुर सहित कमान केंद्रीय नेताओं पर है। एक केंद्रीय नेता आकर भड़काने का काम कर रहे थे, लेकिन सफलता छत्तीसगढ़ में नहीं मिलेगी ।
पटवारियों के हड़ताल खत्म हुए उसे लेकर उन्होंने कहा कि समाप्त हुआ हड़ताल फिर उसके बाद हम उनसे मिले उनकी बात सुने। वीआईपी रोड के नाम बदले जाने को लेकर उन्होंने कहा कि अभी जितने भी यूनिवर्सिटी है, बस्तर महेंद्र कर्मा के नाम से है, रायगढ़ यूनिवर्सिटी शहीद नंद कुमार पटेल के नाम से है, साकरा में महात्मा गांधी के नाम से है । एक नाम कहीं आ गया तो भाजपा के पूरे शरीर के नेताओं में आग लग जाता। सबका एंटीना सक्रिय हो जाता है।
नशा को लेकर जागरूकता अभियान पर उन्होंने कहा कि सूखा नशा है शराब से ज्यादा खतरा होता है। नशा है, नशा के खिलाफ अभियान छेड़े तो, शराबबंदी भी होगी। नशा मुक्ति भी हो सकते ,नशा मुक्ति के अंदर में शराब , सुखा नशा में जो नशा सभी आते है
नेहरू मेमोरियल से नेहरू नाम हटाने को लेकर उन्होंने कहा कि उनको तकलीफ है ,नया बना लेते बना , लेकिन नहीं। गांधी नेहरू परिवार से परेशान है , राहुल गांधी से सांसदी छीन ली, बंगला भी छीन लिया। सामान्य व्यक्ति के रूप में अमेरिका जा रहे हैं बात कर रहे हैं तो पूरा मंत्रिमंडल एक लाइन से भी लग जाते हैं विरोध करने।