रायपुर। छत्तीसगढ़ का विजन डाक्यूमेंट 1 नवंबर को लॉन्च किया जाएगा। राज्य नीति आयोग अटल नगर नवा रायपुर के सभा कक्ष में मंगलवर को ‘अमृतकाल: छत्तीसगढ़ विजन / 2047‘ डॉक्यूमेंट तैयार करने सभी विभागों के नोडल अधिकारियों की बैठक आयोजित की गई। बैठक में विजन डॉक्यूमेंट की अवधारणा, डॉक्यूमेंट की अपेक्षा अनुरूप जानकारी का समावेश, विभागों की भूमिका, विभागों से जानकारी एवं डाटा प्राप्ति की समीक्षा सहित अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई।
आयोग के उपाध्यक्ष अजय सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री ने 15 अगस्त 2021 को भारत को 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनाने का आह्वान किया। साथ ही फरवरी 2024 में केंद्र द्वारा प्रस्तुत बजट में विकसित भारत भी एक महत्वपूर्ण विषय था। उन्होंने सभी नोडल अधिकारियों से कहा कि विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से परस्पर चर्चा उपरांत ही डाटा प्रस्तुत करें।
आयोग के सदस्य सचिव अनूप श्रीवास्तव एवं सदस्य डॉ के सुब्रमण्यम ने बताया कि 24 फरवरी को प्रधानमंत्री ने छत्तीसगढ़ में अपनी जनसभा में ‘विकसित भारत विकसित छत्तीसगढ़‘ का नारा दिया था तथा 27 फरवरी 2024 को वित्त मंत्री छत्तीसगढ़ ने राज्य विधानसभा की बजट सत्र में छत्तीसगढ़ के लिए विकसित राज्य की परिकल्पना की घोषणा की। वित्त मंत्री ने 1 नवंबर 2024 को विजन डाक्यूमेंट लॉन्च करने का लक्ष्य भी रखा।
डॉ. के. सुब्रमण्यम ने कहा की हमें गुड गवर्नेंस, डिसेंट्रलाइजेशन, क्विक और रेस्पॉन्सिव गवर्नमेंट, क्वालिटी ऑफ़ लाइफ कैसे बेहतर हो सके, बढ़ती आबादी को रोजगार कैसे मिले, श्रम कल्याण के कार्य कैसे हो सहित अन्य महत्वपूर्ण सभी विषयों पर भी ध्यान देते हुए लघु, मध्यम और दीर्घकालिक लक्ष्य तैयार करना चाहिए।
संयुक्त संचालक डॉ. नीतू गौरडिया ने 2047 की परिकल्पना की पृष्ठभूमि, विकसित छत्तीसगढ़ की पृष्ठभूमि, विजन डाक्यूमेंट तैयार करने हेतु समग्र प्रक्रिया, विजन डॉक्यूमेंट के लक्ष्य, आर्थिक और जनांकिकी प्रोफाइल, मुख्य संकेतक, निर्धारित प्रारूप ए और बी आदि के संबंध में सभी नोडल अधिकारियों को विस्तार से जानकारी दी।
बैठक में अधिकारियों द्वारा पूछे गए प्रश्नों का भी समाधान किया गया। इस अवसर पर सभी विभागों के नोडल अधिकारी उपस्थित थे।