मंगलवार सुबह अचानक रायपुर पहुंची छत्तीसगढ़ प्रभारी कुमारी शैलजा, मुख्यमंत्री निवास में हुई हाई लेवल मीटिंग
रायपुर। छत्तीसगढ़ कांग्रेस की प्रभारी कुमारी शैलजा आज मंगलवार को सुबह अचानक रायपुर दौरे पर पहुंची। एयरपोर्ट से सीधे कुमारी शैलजा मुख्यमंत्री निवास पहुंचकर एक हाई लेवल मीटिंग ली है। विश्वस्त सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार बैठक में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ स्पीकर चरणदास महंत ,स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव ,गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू भी मौजूद थे। प्राप्त जानकारी के अनुसार यह बैठक लगभग 3 घंटे तक चली है। इसके बाद सभी मंत्री और प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम मुख्यमंत्री निवास से निकल गए। इस विषय पर मुख्यमंत्री सहित किसी भी वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने प्रेस से कोई भी बातचीत नहीं की है। परंतु स्वास्थ्य मंत्री ने प्रेस से बातचीत की।
मिली जानकारी के अनुसार विधानसभा चुनाव 2023 में बहुत ही कम समय बचा हुआ है। नई रणनीति के साथ कांग्रेस लोगों के बीच में जाएगी। मंत्री सिंहदेव ने बताया कि संगठन में बदलाव को लेकर कोई बातचीत नहीं हुई। कांग्रेस संगठन में बदलाव पर मंत्री सिंहदेव ने कहा कि कांग्रेस को 75 प्लस सीटें मिली है, काम अच्छा हुआ है तो बदलाव क्यों करना चाहिए। बैठक में इस विषय को लेकर कोई भी चर्चा नहीं हुई। वहीं ईडी की कार्यवाही पर बैठक पर क्या चर्चा हुई इस सवाल पर मंत्री सिंहदेव ने कहा हमने देखा है कि कर्नाटक पर क्या हुआ। हमने छत्तीसगढ़ में भी देखा नान घोटाले के संबंध में विदेशों में अकाउंट खोले जाने के संबंध में अन्य मुद्दे जो उठे थे, उसमें ईडी द्वारा एक भी जांच नहीं की गई। स्पेशल टास्क फोर्स अपॉइंटेड तो भाजपा ने कोर्ट में जाकर स्टे ले लिया।
ईडी क्या कर रही है वह लोगों पर दबाव बना रही है ,मारपीट कर रही है और दबाव पूर्वक हस्ताक्षर ले रही है। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में आचार संहिता लगने में सिर्फ 4 माह ही बचे हैं। मई माह को छोड़ दिया जाए तो जून-जुलाई अगस्त सितंबर अक्टूबर के पहले या दूसरे हफ्ते में आचार संहिता लग जाएगी। सरकार ने जो भी काम किए हैं, उसके लिए रीजन वर्क इन्हीं चार महीनों में किया जा सकेगा। सबसे बड़ी बात यह है कि कुमारी शैलजा 6 दिन पहले रायपुर में एक बड़ी मीटिंग लेकर लौटी थी। इसमें उन्होंने प्रत्येक मंत्री से अलग-अलग चर्चा की थी। छत्तीसगढ़ के सभी महापौर से एक विशेष बैठक लेकर नगरी निकाय क्षेत्र में कांग्रेस की स्थिति का आकलन किया था। साथ ही उन्होंने सभी को जीत का टारगेट भी दिया था, लेकिन 6 दिनों के अंदर अचानक रायपुर पहुंची और मुख्यमंत्री निवास में हाई लेवल मीटिंग लेकर कई मुद्दों पर चर्चा करना और कांग्रेस द्वारा इस मीटिंग के मुद्दों पर जानकारी देने से पीछे हटना। कहीं ना कहीं संशय की स्थिति उत्पन्न होती है, क्योंकि सेन्ट्रल की एजेंसी ईडी, सीबीआई और आई टी राज्य में लगातार बड़ी कार्यवाही कर रही है।