रीवा@ सुभाष मिश्रा। रीवा- सोहागी चाकघाट नेशनल हाईवे 30 पर संचालन के पश्चात से ही लगातार अव्यवस्थाएं बनी हुई हैं। अव्यवस्थाओं से सैकड़ों परिवारों की जिंदगी तबाह हो चुकी है। इसके बावजूद अधिकारी और जिम्मेदार निर्माण कंपनी कुंभकर्णी नींद में सोए हुए हैं। लगातार नेशनल हाईवे 30 के त्रुटियों पर आवाज उठाए जाते रहे हैं परंतु व्यवस्था के नाम पर सिर्फ लीपापोती हो रही है। जिले के सक्षम अधिकारियों से लेकर विभिन्न जिम्मेदार अक्सर मौका मुआयना भी करते नजर आते हैं। परंतु भ्रमण का कोई निष्कर्ष सामने नहीं दिख रहा है। या यूं कहें उनके द्वारा किए गए भ्रमण और कार्यालयों में हुए बैठक सिर्फ दिखावा खानापूर्ति है।
सोहागी पहाड़ पर लगातार घटनाएं घट रही है। लोग काल के गाल में समा रहे हैं। इसके साथ ही लोग घायल चोटिल भी हो रहे है। सोहागी चाकघाट हाईवे के बीच सड़कों में बाइक लेनों पर कंकड़, गिट्टियां, मिट्टियों के ढेर से वाहन स्पेल होने पर दुर्घटनाओं की संभावना बनी रहती है। बघेड़ी से लेकर चाकघाट बॉर्डर सहित अन्य स्थानों पर प्रकाश व्यवस्था हेतु लगाए गए स्ट्रीट लाइटों के खंभे आधे से अत्यधिक शोपीस पर खड़े हैं। सीमेंटेड एवं क्षतिग्रस्त लोहे के डिवाइडरों पर नजर ही नहीं पड़ रही है।
निर्माण करवाए गए नालियों में कचरो का ढेर लगा हुआ है। पेड़ पौधों की कटाई छंटाई समय-समय पर नहीं हो रही है। सड़क के दोनों छोर पर मिट्टियों के हो रहे कटान की वजह से सर्विस लाइनों में किचड़ बना रहता है। बता दें कि टोल टैक्स के माध्यम से प्रति माह करोड़ों रुपए का सुविधा शुल्क वसूला जा रहा है। परंतु व्यवस्थाओं के नाम पर जनता जनार्दन का शोषण कर उनेक साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।