राजधानी रायपुर में नगर निगम की कार्यशैली पर सवाल?

रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के नगर निगम की कार्यशैली पर ना सिर्फ विपक्ष बल्कि आम जनता भी प्रश्नचिन्ह लगाते रहे है। राजधानी की सड़कों का हाल इन दो समस्याओं से सामने देखा जा सकता है, राजधानी के अंदर मुख्य शहर में लगभग 180 किलोमीटर अमृत मिशन योजना के अंतर्गत पाइप लाइन बिछाई जा रही है। जो प्रधानमंत्री मोदी की एक महत्वकांक्षी योजना है की देश के प्रत्येक व्यक्ति को पीने का स्वच्छ पेयजल उपलब्ध हो सके।

निगम की कार्यप्रणाली को इस तरीके से समझा जा सकता है मिशन के लिए सड़कों की आधी अधूरी खुदाई हुई है। आधी सड़कों पर पाइपलाइन बिछा दी गयी है और आधी पाईप लाईन वर्क में मिट्टी डाल कर छोड़ दिया दिया गया है। उसी प्रकार एक बारिश में शहर के सबसे व्यस्ततम मार्ग बुडेश्वर चौक जो शहर की आधी आबादी को एक हिस्से से दूसरे हिस्से को जोड़ता है उस पर गिरे पेड़ों को पिछले 12 से 14 घंटे में भी हटाया नहीं जा सका है।

इससे निगम की कार्यशैली पता चलती है लापरवाह अफसरों और बेसुध जनप्रतिनिधियों की कार्यशैली यह स्पष्ट करती है कि प्रधानमंत्री मोदी की महत्वकांक्षी योजना स्मार्ट सिटी के रूप में रायपुर को सवांरना और राष्ट्रीय स्तर पर शहर को एक नई पहचान देना उस पर पलीता लग रहा है।

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