रायपुर। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने नीट परीक्षा में हुई धांधली के विरोध में दोषियों पर कड़ी कार्यवाही और केन्द्रीय शिक्षा मंत्री की बर्खास्तगी की मांग को लेकर एक दिवसीय राज्यस्तरीय धरना प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन रायपुर के राजीव गांधी चौक में आयोजित किया गया।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि नीट परीक्षा में पेपर लीक होने से परीक्षार्थियों का भविष्य अंधकारमय हो गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि अयोग्य उम्मीदवार पैसे के बल पर चयनित हो रहे हैं। उन्होंने इसे महाघोटाला बताते हुए कहा कि गुजरात, हरियाणा और बिहार में गंभीर फर्जीवाड़ा हुआ है। हरियाणा में आधे घंटे लेट हुए परीक्षार्थियों को बोनस अंक दिए गए और बिहार में पकड़े गए आरोपियों के माध्यम से घोटाले की शुरुआत हुई। बघेल ने मांग की कि नीट परीक्षा को रद्द कर स्वतंत्र एजेंसी से जांच कराई जाए और दोषियों को सजा दी जाए।
बघेल ने यह भी कहा कि भाजपा और उसके गठबंधन सहयोगियों के राज्यों में ही अधिकांश घोटाले हुए हैं। उन्होंने केन्द्रीय शिक्षा मंत्री से इस्तीफा देने की मांग की और नीट के अध्यक्ष को भी बर्खास्त करने की बात कही।
धरने में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पूर्व मंत्री ताम्रध्वज साहू, वरिष्ठ कांग्रेस नेता धनेन्द्र साहू, अंबिका मरकाम, विधायक सावित्री मंडावी, विधायक कविता प्राण लहरे, विकास उपाध्याय, छाया वर्मा, राजेन्द्र तिवारी, गिरीश दुबे, उधोराम वर्मा, प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला, सूर्यमणी मिश्रा, महेन्द्र छाबड़ा, युवा कांग्रेस अध्यक्ष आकाश शर्मा, एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष नीरज पांडेय, कन्हैया अग्रवाल, वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर, गुरमुख सिंह होरा, राजेन्द्र साहू, लक्ष्मी ध्रुव, अरूण वोरा, हेमा देशमुख, शैलेश नितिन त्रिवेदी, सुरेन्द्र शर्मा, नंदलाल देवांगन, सतीश जग्गी, विनोद चंद्राकर, सुबोध हरितवाल, ज्ञानेश शर्मा, श्री कुमार मेनन, शिव सिंह ठाकुर, सुंदर जोगी सहित वरिष्ठ नेता एवं कार्यकर्ता शामिल हुए।
धरने में शामिल कांग्रेस नेताओं ने कहा कि भ्रष्टाचार और गलत नियुक्तियों के कारण पूरे देश के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है। उन्होंने भाजपा सांसदों से मांग की कि वे इस मुद्दे पर बोलें और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करें। धरने के दौरान कांग्रेस नेताओं ने नीट परीक्षा को निरस्त करने और दोषियों को सख्त सजा देने की मांग की।