0 जिले में 923349 असाक्षर व्यक्तियों को किया जायेगा साक्षर
रीवा @ सुभाष मिश्रा। भारत सरकार के कार्यक्रम के अनुसार राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत नवभारत साक्षरता कार्यक्रम में व्यापक रूप से सभी के लिए शिक्षा के अन्तर्गत जिले के 923349 असाक्षर व्यक्तियों को विभिन्न संस्था के सहयोग से साक्षर करने का अभियान चलाया जायेगा। समग्र शिक्षा अभियान के अन्तर्गत एनसीईआरटी, एवं प्रौढ़ शिक्षा के समन्वय से जिला विकासखण्ड संकुल एवं ग्राम स्तर के अमले द्वारा सभी विभागों के साथ संयोजन कर राष्ट्रीय साक्षरता मिशन एवं राज्य साक्षरता मिशन के तहत क्रियान्वयन किया जायेगा।
कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल ने बताया कि नवभारत साक्षरता कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य असाक्षरों को मूलभूत साक्षरता पठन-पाठन लेखन और संख्यात्मकता प्रदान करना है। उन्हें महत्वपूर्ण जीवन कौशल, बुनियादी शिक्षा, व्यावसायिक कौशल तथा सतत रूप से शिक्षा प्रदान की जायेगी। उक्त कार्यक्रम के तहत 15 वर्ष से अधिक आयु समूह के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों की बालिकाएं, महिलाएं अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ावर्ग एवं अल्पसंख्यक वर्ग को शिक्षा दी जायेगी। इसमें ऐसे असाक्षर व्यक्तियों को जो पूर्व में संचालित साक्षरता योजनाओं मंि शामिल नहीं हुए थे। ऐसे व्यक्ति जिनके पास साक्षरता का प्रमाण पत्र नहीं है। ऐसे असाक्षर जो पूर्व में संचालित एनआईओएस द्वारा संपन्न परीक्षा में सी श्रेणी प्राप्त की हो।
उन्होंने बताया कि नवभारत साक्षरता कार्यक्रम में विद्यालयों, महाविद्यालयों, एनसीसी, एनएसएस के छात्र-छात्राओं, नेहरू युवा केन्द्र, जन अभियान परिसर, जनशिक्षण संस्थान, महिला एवं बाल विकास तथा विभिन्न विभाग एवं अशासकीय संस्थाओं से सहयोग लिया जायेगा। सेवानिवृत्त शासकीय सेवक एवं स्वेच्छा से सहयोग देने वाले स्थानीय शिक्षित व्यक्ति से भी सहयोग लिया जायेगा। जिले में स्थापित सामाजिक चेतना केन्द्रों की संख्या 2055 है। इन केन्द्रों में 2384 अक्षर साथी पठन-पाठन का कार्य करा रहे हैं। स्कूल चले अभियान के साथ-साथ असाक्षरों के चिन्हांकन का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार रीवा जिले में 923349 व्यक्ति असाक्षर हैं इसमें से 379528 पुरूष एवं 543821 महिलाएं असाक्षर हैं। इन्हीं को साक्षर करने का अभियान चलाया जायेगा।
कलेक्टर ने बताया कि नवभारत साक्षरता कार्यक्रम में निरक्षर व्यक्तियों को साक्षर बनाने के लिए उच्च शिक्षा विभाग के अन्तर्गत शासकीय महाविद्यालय, अनुदान प्राप्ति अशासकीय महाविद्यालय उत्कृष्ट महाविद्यालय स्वशासी महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं एवं अक्षर साथियों द्वारा स्वेच्छा से पठन-पाठन कराया जायेगा। अधीनस्थ महाविद्यालयों एवं सभी कार्यालयों में कार्यरत श्रमिक, घर, परिवार, पड़ोस एवं अन्य जो निरक्षर हैं उन्हें साक्षर करने में सहयोग करेंगे। विधि विधायी विभाग निरक्षरों को कानूनी सहायता, अधिकारों आदि प्रदान करने में सहयोग करेंगे साथ ही कार्यालयों में कार्यरत निरक्षर कर्मचारियों को साक्षर करने में सहयोग करेंगे। श्रम विभाग के अन्तर्गत संचालित योजनाओं से श्रमिकों एवं निरक्षरों को जानकारी दी जायेगी। उन्हें श्रमिकों के अधिकारों की जानकारी दी जायेगी। महिला एवं बाल विकास विभाग के अन्तर्गत महिलाओं के लिए संचालित योजनाओं से असाक्षर महिलाओं को जानकारी दी जायेगी। उन्हें हितग्राही मूलक योजनाओं से जोड़ा जायेगा।