संवाददाता : रवि गांधरला
बीजापुर। ब्लॉक स्तरीय “अंगना मा शिक्षा प्रशिक्षण” के तहत पोटा केबिन पुसनार (भैरमगढ़) में 8 जनवरी 2024 को 33 संकुल शैक्षिक समन्वयक व 33 नोडल शिक्षिकाओं को उमेश्वरी साहू व प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन से कमलाकांत महतो (जिला समन्वयक बीजापुर) के द्वारा प्रशिक्षण दिया गया । कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती पूजन एवं सरस्वती वंदना से हुआ।
कार्यक्रम के उद्बोधन में बीआरसी ओयाम ने कि कहा कि यह कार्यक्रम विशेष रूप से माता उन्मुखीकरण पर बल देता है। यह कार्यक्रम तभी सफल होगा जब हम ब्लॉक के प्रत्येक स्कूलों में अध्यनरत प्रत्येक बच्चों की माताओ तक इसके उद्देश्य को पहुंचायेंगे। तत्पश्चात सहायक वि.खं शिक्षाधिकारी शोरी ने कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि माताएं प्रथम गुरु होती है तथा बच्चे अधिकतर समय अपनी माताओं के साथ ही रहते है। इसलिए वे घरेलू कार्य के साथ-साथ सीमित संसाधनों में भी खेल-खेल मे बच्चों के सर्वांगीण विकास मे अहम भूमिका निभा सकती है। अतः सभी प्रतिभागी प्रशिक्षण के उद्देश्यों को गंभीरतापूर्वक अन्तिम व्यक्ति तक पहुचायें।
माताओ के सहभागिता के पहलू :
प्रशिक्षक उमेश्वरी साहू ने बताया कि किस प्रकार “थॉमस अल्वा एडिसन” जो की बचपन में एक मानसिक बीमार बच्चा था जिसे स्कूल से निकालने के बाद उनकी मा ने घर पर ही शिक्षा देकर महान वैज्ञानिक बनाया था। शिक्षा के क्षेत्र में माता की जागरूकता को बढ़ावा देना अत्यंत आवश्यक है, जिससे वे घरेलु कार्य के साथ-साथ खेल खेल व मनोरंजक वातावरण में बच्चों को सीखा सके।
प्रशिक्षण में आए हुए सभी प्रतिभागियों ने प्रशिक्षण के महत्व को गंभीरता से लिया तथा सभी ने गतिविधियों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया प्रत्येक माह की अलग-अलग भाषाएं एवं गणितीय गतिविधियों मैं सभी प्रतिभागियों ने स्वयं बच्चा बनकर भाग लिया जिससे प्रशिक्षण में रोचकता आ गई।