रिपोर्टर : लोकेश्वर सिन्हा
गरियाबंद। गरियाबंद ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले शासकीय स्कूलों में राज्य शासन की ओर से मध्यान भोजन में परोसी जाने वाली सोयाबीन बड़ी में कीड़े निकल जाने की शिकायत लगातार मिल रही है।
बीते दिनों आत्मानंद हिंदी माध्यम स्कूल गरियाबंद में सोयाबीन बड़ी में कीड़े निकले थे, जिसकी शिकायत स्व सहायता समूह की महिलाओं ने कीड़े के फोटो सहित ब्लॉक शिक्षा अधिकारी से की थी, जिसके बाद ब्लाक शिक्षा अधिकारी ने एक लेटर जारी करते हुए सभी स्कूलों को सोयाबीन बड़ी की गुणवत्ता के बारे में जानकारी देने और खराब पैकेट का इस्तेमाल नहीं करने की बात कही।
इस मामले की जानकारी लेने जिला स्रोत समन्वयक के एल नायक और ब्लॉक शिक्षा अधिकारी आरपी दास मौके पर पहुंचे। इस दौरान सोयाबीन बड़ी को पानी में गर्म किया गया, जिसमें से कुछ इल्ली दिखाई दी, दूसरा पैकेट गरम करने पर उसमें से घुन निकले हुए दिखाई दिए, तीसरा पैकेट ठीक था। इसके बाद ब्लॉक शिक्षा अधिकारी ने पूरे मामले की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को देने के बात कहते हुए कार्रवाई की बात कही।
वर्तमान में जो बड़ी स्कूलों को सप्लाई की जा रही है वह मार्केट दर से अधिक में मिलती है, छत्तीसगढ़ राज्य बीज एवं कृषि विकास निगम द्वारा स्कूलों को उपलब्ध कराई जाने वाली बड़ी की कीमत 131 रुपए किलो है, जो स्व सहायता समूह की महिलाओं के खाते से कटता है। वही मार्केट में 80 से 90 रुपए किलो में अच्छी मात्रा में सोयाबीन की बड़ी उपलब्ध हो जाती है। राज्य शासन के निर्देशानुसार प्राइमरी स्कूल के बच्चों को प्रति 10 ग्राम और मिडिल स्कूल के बच्चों को प्रति 15 ग्राम बड़ी सब्जी के साथ देना है, परंतु कई बार एक माह में सप्लाई नहीं होने पर दूसरे माह सप्लाई की जाती है, जिसे उसी माह खत्म करने का दबाव रहता है।
इस बारे में जब शिशु रोग विशेषज्ञ से बात की तो उन्होंने कहा जरूरत से अधिक मात्रा में बच्चों को पौष्टिक आहार देना भी उनके लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। वही समूह की महिलाओं ने बताया कि ज्यादातर बच्चे इसे खाना पसंद नहीं करते हैं और कई बार सब्जी फेंकने में जाती है।
सूत्रों की माने तो बड़ी में कीड़े निकालने की शिकायत लगभग हर स्कूलों से आती है, इसके बावजूद आज का सप्लाई पर किसी तरह की कोई कार्यवाही नहीं की गई है। वर्तमान में केवल गरियाबंद विकासखंड में 192 प्राइमरी स्कूल में 8432 बच्चे और 93 मिडिल स्कूल में 4959 बच्चो को पौष्टिकता के नाम पर बड़ी परोसी जा रही है। इस पूरे मामले पर गरियाबंद कलेक्टर दीपक अग्रवाल ने जांच उपरांत कार्यवाही की बात कही है।