रायपुर। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से बुधवार शाम यहां उनके निवास कार्यालय में मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना से लाभान्वित हितग्राहियों और उनके परिजनों ने मुलाकात कर योजना से इलाज के लिए मिली सहायता के लिए उनके प्रति आभार प्रकट किया। हृदय रोग से पीड़ित इन मरीजों का इलाज मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना से मिली सहायता से राजधानी रायपुर के डॉ. भीमराव अम्बेडकर अस्पताल के ‘एडवांस कार्डियोलॉजी’ विभाग में सफलतापूर्वक किया गया है। ये मरीज अब पूरी तरह स्वस्थ हैं। इस अवसर पर एडवांस कार्डियोलॉजी विभाग के प्रोफेसर एवं एचओडी डॉ. स्मित श्रीवास्तव और मुख्यमंत्री के सलाहकार रूचिर गर्ग भी उपस्थित थे।
योजना के हितग्राहियों और उनके परिजनों ने मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि इस योजना से मिली सहायता से उनका और उनके परिवार के सदस्यों का इलाज संभव हो पाया है। जटिल हृदय रोग का महंगा इलाज कराना उनके सामर्थ्य से बाहर था। इन मरीजों को योजना के माध्यम से 7 से 9.58 लाख रूपए तक की सहायता प्राप्त हुई है।
योजना से लाभान्वित हितग्राही रायपुर के लोधी पारा निवासी मनमोहन लोधी ने बताया कि वे एक निजी रियल इस्टेट कंपनी में 12 हजार रूपए मासिक की नौकरी कर रहे हैं। अपने परिवार में वे कमाने वाले इकलौते सदस्य हैं। उन्हें इलाज के लिए मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना से साढ़े चार लाख रूपए की सहायता मिली, जिससे हृदयघात होने पर उनका इलाज एडवांस कार्डियेक यूनिट में हुआ।
डॉ. स्मित श्रीवास्तव ने मुख्यमंत्री को बताया कि हार्टटेक के आधे घंटे के भीतर मनमोहन अस्पताल पहुंचे थे। जांच में पता चला कि उनकी एक नस में थक्का जमा है, जिसे लेजर के माध्यम से वाष्प में परिवर्तित कर नस से थक्का हटाया गया। उन्होंने बताया कि इस एडवांस टेक्नोलॉजी का पहली बार उपयोग रायपुर के मेकाहारा के एडवांस कार्डियेक यूनिट में किया गया। उन्होंने बताया कि इस योजना से मिली सहायता से एडवांस कार्डियेक यूनिट में 300 लोगों के हृदय रोग तथा ढाई सौ बच्चों के दिल के छेद को बंद करने के लिए इलाज किया गया। मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना से उनकी यूनिट को वर्ष 2018 से लगभग 9 करोड़ रूपए की सहायता मिली है।