रायगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के बरकछार में भालू ने चरवाहे पर हमला कर दिया, लेकिन चरवाहे को उसकी गायों ने बचा लिया। भालू के हमला के दौरान करीब 10-12 गाय आवाज करते हुए भालू की ओर बढ़ने लगी। जिससे भालू डरकर जंगल में भाग गया।
जानकारी के मुताबिक रायगढ़ वन परिक्षेत्र के बरकछार में रहने वाला असीम मिंज (42) चरवाहे का काम करता है। गांव के 10-12 गायों को जंगल में चराने ले जाता हैं। मंगलवार की दोपहर को असीम अपनी बुआ मरियम के साथ गांव की गायों को चराने के लिए कटाईघाट के जंगल गया था। बताया जा रहा है कि उसकी बुआ उससे दूर में कुछ गाय चरा रही थी।
तभी एक भालू ने असीम पर पीछे से हमला कर दिया। ऐसे में वह चिल्लाने लगा, तभी आसपास चरने गई सभी गाय असीम की चीख सुनकर तेज आवाज करती हुई उसे बचाने के लिए भालू की ओर बढ़ने लगी। जिसे देख भालू वापस जंगल की ओर भाग गया। भालू के हमले से असीम के पैर व हाथ में गंभीर चोट पहुंची। जब इसकी जानकारी उसकी बुआ को लगी, तो वह उसके पास पहुंची और उसे किसी तरह जंगल से रोड तक ले आई।
इसके बाद वहां से बाइक में गुजर रहे गांव के एक ग्रामीण के साथ उसे गांव ले आई और मामले की सूचना वनकर्मियों को दी। जिसके बाद असीम को इलाज के लिए मेडिकल काॅलेज रायगढ़ में भर्ती कराया गया है। बरकछार परिसर रक्षक प्रकाश साव ने बताया कि असीम की बुआ मरियम से घटना के बारे में पूछा गया, तो उसने जानकारी दी, कि भालू ने जब चरवाहे पर हमला किया, तो उसकी सभी गाय तेज आवाज करती हुई भालू को मारने के आगे बढ़ने लगे, तब भालू डरकर भाग गया। उन्होंने बताया कि बरकछार का जंगल ओडिशा बॉर्डर से लगा हुआ है। घायल को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।