congress के कर्नाटक चुनाव के लिए जारी मैनिफेस्टो में बजरंग दल पर प्रतिबंध पर छत्तीसगढ़ में मचा धमासान, आरोप प्रत्यारोप के साथ पूजा पाठ भी
रायपुर। कर्नाटक में जारी कांग्रेस के मेनिफेस्टो में बजरंग दल को बैन करने की बात पर छत्तीसगढ़ में सियासी घमासान मच गया है. बजरंग दल के मुद्दे पर सियासी दल रोटियां सेंकने का काम कर रही है. वहीं पीएम मोदी ने भी चुनाव को देखते हुए इस मुद्दे को बजरंग बली से जोड़ा दिया है. वहीं इस मुद्दे पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा था मोदी जी फेंकने में बहुत माहिर हैं. जो चीज पाकिस्तान का यह उसको भारत का बता देते हैं. बैन लगाने की बात बजरंग दल को कहा गया है. बजरंग बली को नहीं कहा गया है.वहीं छत्तीसगढ़ में भी बजरंग दल को बैन करने पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा, यहां गड़बड़ की तो ठीक भी कर दिए हैं हम लोग. जरूरत पड़ेगी तो यहां भी सोचेंगे.
वहीं नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि भूपेश बघेल जी कह रहे हैं कि बजरंगी होने का मतलब यह नहीं है कि आप कानून हाथ में ले लेंगे। यह बात उन्हें कांग्रेसियों को भी समझाना चाहिए जिन्होंने जगदलपुर में थाने में घुसकर कल एक आईपीएस का कालर पकड़कर हाथापाई की। लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई । छत्तीसगढ़ में भूपेश की कांग्रेस सरकार हर मुद्दे पर दोहरा मापदंड अपनाती है।
वहीं कांग्रेस ने जहां भाजपा के लिए सदबृद्धि यज्ञ कर पूजा पाठ का दौर शुरू किया है वहीं आज भाजपा के वरिष्ठ नेता और रायपुर दक्षिण विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने सार्वजनिक हनुमान चालीसा का पाठ कर सरकार को घेरने की कोशिश की है साथ ही भूपेश सरकार के कामकाज को लेकर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
छत्तीसगढ़ में इस साल विधानसभा चुनाव है और बात विकास, बेरोजगारी किसानों के मुद्दों पर ना हो कर दिगर मामलों में फ़ोकस है जनता सब समझती है और समय आने पर वोट के माध्यम से अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करती है आने वाला समय तय करेगा की जनता सरकार की योजनाओं से कितनी खुश है।