Balrampur : आदिवासी रंग में सराबोर हुआ जिला प्रशासन, मांदर की थाप पर थिरके विधायक एवं कलेक्टर

विश्व आदिवासी दिवस पर जिला प्रशासन द्वारा किया गया कार्यक्रम का आयोजन, आदिवासी नर्तक एवं नर्तकियों द्वारा दी गई मनमोहक प्रस्तुति, मेघावी आदिवासी विद्यार्थियों को किया गया सम्मानित

बलरामपुर। विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर सामरी विधायक एवं संसदीय सचिव श्री चिंतामणी महाराज के मुख्य आतिथ्य एवं सरगुजा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष तथा रामानुजगंज विधायक श्री बृहस्पत सिंह की उपस्थिति में हाई स्कूल ग्राउंड बलरामपुर में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं से नागरिकों को लाभान्वित किया गया। साथ ही क्षेत्र के पंचायतों को ‘‘मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि योजना‘‘ की द्वितीय किस्त की राशि भी जारी की गई। इस दौरान वन अधिकार पत्रों के वितरण के साथ-साथ कृषि व मनरेगा के कार्यों को स्वीकृति मिली। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेद सिंह, जिला वनमंडलाधिकारी श्री विवेकानंद झा, जिला पंचायत सीईओ श्रीमती रेना जमील, बलरामपुर जनपद पंचायत अध्यक्ष विनय पैकरा, नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती सुंदरमणि मिंज, सहायक संचालक आदिवासी विकास विभाग सुश्री समीक्षा जायसवाल, सर्व आदिवासी समाज के श्री रामकुमार मुरूम, रविदास समाज के श्री शिवप्रसाद रवि सहित जिला प्रशासन के अधिकारी-कर्मचारी, गणमान्य नागरिक एवं बड़ी संख्या आदिवासी समाज के लेाग उपस्थित थे।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री चिंतामणि महाराज ने सभी को विश्व आदिवासी दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज पूरा विश्व यह दिवस मना रहा है। उन्होनें आदिवासी संस्कृति और परंपरा के महत्व को उल्लेखित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा आदिवासी पर्व, संस्कृति के संरक्षण के लिए मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि की शुरुआत की है। उन्होंने छत्तीसगढ़िया ओलंपिक की शुरुआत कर छत्तीसगढ़ी खेल संस्कृति को पुनर्जीवित करने का प्रयास किया है। यह संस्कृति ही आदिवासियों की विशेष पहचान है, इसलिए उन्होंने आदिवासी परंपराओं के संरक्षण के लिए युवाओं से अपनी सक्रिय भागीदारी निभाने की अपील की।
इस अवसर पर विधायक श्री बृहस्पत सिंह ने भी सभी लोगों को इस दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आदिवासी समाज हमेशा से प्रकृति पूजक और संरक्षक रही है। सदियों से जल, जंगल और जमीन से अपने जरूरतों को पूरा करने के साथ साथ इसका संरक्षण करने में भी इस समाज ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि प्रकृति के संरक्षण संलग्न रहा यह समाज लंबे समय से विकास से दूर रहा है, इसलिए इस समाज के विकास के लिए आवश्यक कदम उठाने की जरूरत पड़ी है। मुख्यमंत्री के इस दिशा में गंभीर प्रयास से ही आज आदिवासी लोग भी विकास की ओर अग्रसर हो रहे हैं। राज्य के गांवो में आत्मानंद स्कूल खुलने से आज आदिवासी समाज के बच्चे भी अंग्रेजी सीख रहे हैं। राज्य में छात्रावासों की सुविधा को उन्नत किया जा रहा है। नदियों में पुलों के निर्माण से गांवों को मुख्यमार्गों से जोड़ा जा रहा है। बिजली बिल हॉफ योजना से लोगों को लाभान्वित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बलरामपुर में हॉर्टिकल्चर कॉलेज शुरू होना जिले की महत्वपूर्ण उपलब्धि है। उन्होंने बताया कि श्रम विभाग द्वारा हितग्राही के बच्चों को नर्सिंग और फार्मेसी कॉलेज में एडमिशन पर स्टायफंड की सुविधा प्रदान की जा रही है। इसके अलावा कई योजनाएं हैं जिनके माध्यम से मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राज्य शासन द्वारा लोगों को लाभान्वित किया जा रहा है।

इस अवसर पर कलेक्टर श्री रिमिजियुस एक्का ने सभा को संबोधित करते हुए सभी को विश्व आदिवासी दिवस की शुभकामनाए दी। उन्होंने कहा कि यह दिवस सभी आदिवासियों के लिए गौरव का दिन है। आदिवासियों को उनके अधिकार दिलाने और विकास की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए बहुत सी योजनाएं संचालित की जा रही हैं। उन्होंने सभी लोगों से कहा कि इन योजनाओं का लाभ उठाने को कहा। कार्यक्रम में विधायक द्वय श्री चिंतामणि महाराज एवं श्री बृहस्पत सिंह ने मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना अंतर्गत बलरामपुर के तीसरे मोबाइल मेडिकल यूनिट को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान विधायक एवं कलेक्टर ने मोबाइल मेडिकल यूनिट में स्वयं अपने स्वास्थ्य की जांच करायी।

कार्यक्रम में जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आए आदिवासी समाज के नर्तक दलों द्वारा आदिवासी सैला और कर्मा नृत्यों की शानदार एवं मनमोहक प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम के दौरान सम्पूर्ण जिला प्रशासन एवं गणमान्य नागरिक आदिवासी संस्कृति की प्रतीक पीली पगड़ी पहन कर आदिवासी रंग में रंगे नजर आए। इस दौरान विधायक द्वय श्री चिंतामणि महाराज और श्री बृहस्पत सिंह के साथ कलेक्टर और जिला पंचायत सीईओ भी मंदार की थाप पर थिरकते नजर आए।
इसके अलावा इस अवसर पर जिले के हितग्राहियों को आदिवासी विकास विभाग द्वारा व्यक्तिगत, सामुदायिक और सामुदायिक वन संसाधन पत्र का वितरण किया गया। अंत्यावसायी सहकारी वित्त एवं विकास निगम के स्वीकृत हितग्राहियों को ऋण वितरण, कृषि एवं उद्यानिकी विभाग द्वारा स्वीकृत कृषि आदान, बीज, उपकरण का वितरण, मत्स्य पालन विभाग द्वारा आईस बॉक्स और मछली जाल का वितरण, मनरेगा के तहत भूमि समतलीकरण, तालाब गहरीकरण, डबरी निर्माण आदि का स्वीकृति आदेश, 10 वीं और 12वीं के मेधावी आदिवासी विद्यार्थियों का सम्मान, खाद्य विभाग द्वारा राशन कार्ड का वितरण, समाज कल्याण विभाग द्वारा श्रवण यंत्र का वितरण तथा, वन विभाग द्वारा पौधा वितरण श्रम विभाग द्वारा श्रमिक पंजीयन कार्ड का वितरण तथा पशु विभाग द्वार हितग्राहियों को चेक वितरित किया गया।

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