रायपुर। ओडिशा में जनसभा लेने पहुंचे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने वहां के भाजपा के संकल्प पत्र पर ख़ुशी जाहिर करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ की तर्ज पर यहाँ भी किसानों को उनके धान की 3100 रूपये की कीमत दी जाएगी। उन्होंने कहा कि आज धान खरीदी के मामले में छत्तीसगढ़ उदाहरण बन कर सामने आया है। ओडिशा में डबल इंजन की सरकार बनने पर छत्तीसगढ़ की तरह यहाँ भी माताओं को महतारी वंदन के जैसे सुभद्रा योजना से आर्थिक मदद की जाएगी।
उन्होंने कहा कि हम “धान का कटोरा” के नाम से प्रसिद्ध छत्तीसगढ़ से आते हैं। जहाँ अन्नदाता भगवान होता है और धान की बाली महतारी के माथे पर सोने जैसे दमकती है। इसलिए किसान ही छत्तीसगढ़ के सब कुछ हैं, जिसके लिए हमारी भाजपा सरकार समर्पित है। वहां हमारी सरकार वादे के मुताबिक किसानों से इकतीस सौ रुपए प्रति क्विंटल में धान खरीद रही है, साथ में अंतर की राशि भी एकमुश्त दे रहे हैं। प्रदेश के चौबीस लाख बहत्तर हजार किसानों को इसका लाभ मिला है। ओडिशा में भी भाजपा के घोषणा पत्र में यह वादा शामिल है। जैसे ही 4 जून को यहाँ भाजपा की सरकार बनेगी तो यहाँ भी इकतीस सौ रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से धान की खरीदी होगी।
सीएम साय ने सुंदरगढ़ के बालीसंकरा, बरगढ़ के बिजेपुर और बलांगीर के बीरमहाराजपुर में भाजपा प्रत्याशियों के लिए वोट मांगे। उन्होंने कहा कि यह लोकसभा चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तीसरी बार देश की बागडोर सौंपने का चुनाव है। मोदी जी गरीब परिवार से आते हैं, इसलिए गरीबों की पीड़ा उन्हें अच्छे से पता है। नरेंद्र मोदी जी देश के गांव, गरीब, किसान, मजदूर सबकी चिंता करते हैं। प्रतिदिन 18 घंटे काम करते हैं। 140 करोड़ भारतवासियों को अपना परिवार मानते हैं। उन्होंने गरीबों को गैस सिलेंडर देने, पक्के घर देने, स्वच्छ पानी, मुफ्त उपचार की सुविधा, बैंक खाता खुलवाने से लेकर शौचालय बनवाने का काम किया। अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनवाने, जम्मू एवं कश्मीर से अनुच्छेद 370 समाप्त करने के साथ देश को आतंकवाद से मुक्ति दिलाने का काम पिछले दस साल में मोदी जी के नेतृत्व में हुआ है। इसलिए देश को फिर से मोदी जी जैसे मजबूत प्रधानमंत्री की जरूरत है।
धान की बाली की पूजा और 3100 का संकल्प
मंच पर विष्णु देव साय ने धान की बालियों की पूजा की और उद्बोधन के दौरान हाथ में बालियों को लेकर घोषणा करते हुए कहा कि ओडिशा में डबल इंजन की सरकार बनते ही छत्तीसगढ़ के तर्ज पर यहाँ भी किसानों से 3100 रुपए प्रति क्विंटल धान खरीदी होगी। यहीं उन्होंने महतारी वंदन योजना के तर्ज पर सुभद्रा योजना लागू करने की भी घोषणा की।
आदिवासियों की चिंता केवल भाजपा ही कर सकती है
विष्णु देव साय ने कहा कि हमारे छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माता अटल जी ने आदिवासियों के हित के लिए अलग से आदिम जाति कल्याण मंत्रालय बनाया, जहाँ आदिवासी मंत्री पदभार संभालते हैं और बजट की कोई कमी नहीं होती है। आपके ओडिशा के बेटे जुएल ओरांव इस मंत्रालय के दो बार मंत्री बने। इसलिए हम कह सकते हैं कि आदिवासियों का हित भाजपा में ही सम्भव है। क्योंकि भाजपा में लोकतंत्र है, सभी वर्गों का सम्मान है।
जुएल ओरांव की जम कर की तारीफ
सीएम साय ने पूर्व केंद्रीय मंत्री जुएल ओरांव की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि जब जुएल भाई आदिम जाति कल्याण मंत्रालय में केंद्रीय मंत्री थे, तब उन्होंने मुझे मेरे क्षेत्र के विकास के लिए बहुत पैसा दिया। जुएल भाई कहते थे कि जितना पैसा चाहिए तुम ले जाओ विष्णु, आदिवासियों का विकास उनके लिए सर्वोपरि है। उन्होंने जनता से जुएल ओरांव को जिताने का आग्रह किया।
सुंदरगढ़ में कराए गए विकास कार्यों को किया याद
सुंदरगढ़ की सभा में सीएम साय ने कहा कि जब वे केंद्रीय इस्पात राज्य मंत्री थे तो उन्होंने क्षेत्र में विकास के अनेकों कार्य करवाए। तेलीझोर गांव में अस्पताल खुलवाया, तो बड़गांव में 38 लाख का विकास कार्य हुआ। शौचालय, सौर ऊर्जा से और विशाल मंच बनाने का काम उस गांव में हुआ। साय ने कहा कि आप लोगों के यहाँ नुआखाई और अनेकों कार्यक्रम में कई बार आया हूँ। आप लोगों से मेरा पारिवारिक संबंध है। इसलिए आप सभी से आशीर्वाद मांगने आया हूँ।
नवीन बाबू का ओड़िया नहीं आना दुर्भाग्यजनक
बरगढ़ की सभा में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि यहां चौबीस वर्षों से नवीन पटनायक की सरकार है, मगर दुर्भाग्य कि 24 वर्षों में वे ओड़िया नहीं सीख पाए। वो यहाँ के किसान, मजदूर, गरीबों की भावनाओं को समझने में विफल रहे हैं। लोग कहते हैं कि ओडिशा की सरकार को नवीन बाबू नहीं कोई दूसरा आदमी चला रहा है। यह बड़ी विचित्र बात है। उन्होंने केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना का लाभ आम आदमी को न मिलने का आरोप लगाया और कहा बीजेडी सरकार ने केंद्र की योजना का नाम बदलकर बीजू स्वास्थ्य योजना कर दिया। लेकिन राज्य के प्राइवेट हॉस्पिटल में इसका लाभ गरीबों को नहीं मिलता है। यह दुर्भाग्यजनक है।
छत्तीसगढ़ और ओडिशा के बीच आत्मीय संबंध :
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ और ओडिशा का आपस में अटूट रिश्ता है। छत्तीसगढ़ के लोग महाप्रभु जगन्नाथ के भक्त हैं। हर साल रथयात्रा का आयोजन करते हैं जो 15 दिनों तक चलता है और भगवान जगन्नाथ को पूजते हैं, साथ ही छत्तीसगढ़ के देवभोग के चावल का प्रसाद भी पूरी में महाप्रभु को चढ़ता था। उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र कुनकुरी से लेकर बस्तर तक ओडिशा से छत्तीसगढ़ के जुड़े रहने की बात कही।