नियुक्ति घोटाला : अस्थाई कर्मचारी, नियम विरूद्ध बने हुए हैं तैनात, अनशन में बैठे वार्ड पार्षद और समाजसेवी
भ्रष्टाचार व कमीशन की भेंट चढ़ा नवनिर्मित नगर परिषद डभौरा की नाली और सीसी सड़क
रिपोर्टर : सुभाष मिश्रा
रीवा। नगर परिषद डभौरा में बड़ते भ्रष्टाचार को लेकर समाजसेवियों ने नगर परिषद डभौरा के सामने सैकड़ो ग्रामीणों ने आमरण अनशन में बैठे हैं। वहीं वार्ड पार्षद और सैकड़ों समाजसेवी और ग्रामीणों ने नगर परिषद में बड़ते भ्रष्टाचार को लेकर पांच दिन आमरण अनशन में बैठे।
समाजसेवी ने बताया कि नगर परिषद में जमकर भ्रष्टाचार हो रहा आम जनता परेशान हैं, परन्तु न अध्यक्ष और सीएमओ कोई जनता की समस्या को सुनने को तैयार नहीं है, जिससे आम जनता त्रस्त हो गई। जिसके चलते आज मुझे नगर परिषद के सामने आमरण अनशन करना न पड़ता। वहीं समाजसेवी रामनरेश यादव ने गंभीर आरोप लगाया गया है कि अध्यक्ष माया गृप्ता के पति अध्यक्ष्ता करते हैं व माया गृप्ता के फर्जी हस्ताक्षर करते हैं, वहीं हर वार्ड में पानी की गंभीर समस्या है, परन्तु दो टैंकर है जिनके बाजार में उपलब्ध होता परन्तु और वार्ड में नहीं दिया जाता है, रजिस्टर में 98,100 ट्रिप लिखा जाता है एक वार्ड स्ट्रीट लाइट 160 लगाया गया तो वहीं दूसरे वार्ड स्ट्रीट लाइट नहीं दिया गया है।
सड़क नाली का निर्माण तो कमीशन में चल रहा है, जब से नगर परिषद बनी है तब से भ्रष्टाचार चल रहा है। फर्जी नियुक्ति अस्थाई कर्मचारी, नियम विरूद्ध बने हुए हैं तैनात हैं। पांच दिन से मैं आमरण अनशन में बैठा हूं, परन्तु कोई भी अधिकारी नहीं आया है। कल से मैं नगर परिषद के गेट के पास आमरण अनशन में बैठूंगा चाहें मेंरी जान क्यों न चली जाए, परन्तु जब तक सभी कार्य की जांच नहीं हो जाती तब तक मेंरा आमरण अनशन जारी रहेगा।