नगर परिषद डभौरा में नियुक्ति घोटाला

डभौरा। नगर परिषद अध्यक्ष ने बताया की ये अनशन प्रदर्शन जो किया जा रहा है ये पक्छ या विपक्ष को लेकर है ही नहीं, ये सारा मामला पार्षद वार्ड क्र 12 माया सिंह के द्वारा अवैधानिक संविलियन व राम नरेश यादव द्वारा नगर परिषद कार्यालय के लिए आवंटित भूमि पर एवं सरकार की शासकीय भूमि पर अवेध अतिक्रमण पर पर्दा डालने के लिए किया जा रहा है एवं महिला अध्यक्ष पर की अपशब्द भाषा का प्रयोग किया जा रहा है।
नगर परिषद डभौरा वार्ड क्र 12 की पार्षद (पूर्व सरपंच गेदुरहा)माया विश्वनाथ सिंह व पूर्व सीएमओ के साथ मिलकर ग्राम पंचायत गेदुरहा से फर्जी प्रस्ताव बनाकर अपने सगे संबंधियों की नियुक्ति सिविलियन के नाम पर नगर परिषद में कराईं गई है। शासन की राशि वेतन के नाम पर अपने सगे-संबंधियों के खाते में प्राप्त की गई है। वार्ड क्रमांक 12 पार्षद (पूर्व सरपंच गेदुरहा) माया सिंह द्वारा अपने सगे भांजे राहुल सिंह , विनीत सिंह एवं अपने घर में कार्य करने वाले 3 श्रमिकों का भी संविलियन कराया गया है। साथ ही तत्कालीन सीएमओ के पुत्र विकास सिंह का भी संविलियन अपने सरपंच कार्यकाल के दौरान गेंदुरहा ग्राम पंचायत से प्रस्ताव देकर कराया गया है एवं नगर परिषद में हुए फर्जी संविलियन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई गई है।
मेरे अध्यक्ष बनने के बाद से अवैधानिक संविलियन के विरुद्ध मेरे द्वारा आवाज उठाई गई एवं वरिष्ठ अधिकारियों की संज्ञान में सारा मामला लाया गया, जिसे शासन की ओर से गलत पाया गया एवं फर्जी वेतन भुगतान बंद कर दिया गया है। यह बात वार्ड 12 के पार्षद पति को इतनी नागवार गुजरी की मेरे अध्यक्ष बनने के बाद से ही लगातार मेरे विरुद्ध आधार विहीन शिकायतें की जा रही है और वॉर्डो में सौतेले व्यवहार का अरोप लगाया जा रहा है एवं अपशब्दों का प्रयोग किया जा रहा है।