उत्पन्न सूकर के विक्रय से लगभग 5 लाख रूपये को हुआ है शुद्ध आमदनी
प्राप्त आमदनी से एक आटो रिक्शा, डी.जे. सांउड सिस्टम, किराना दुकान और दो कमरे का मकान तैयार किया
जशपुरनगर। पशुधन विकास विभाग द्वारा जिले में किसानों और पशुपालकों को निरतंर विभाग के योजनाओं से लाभान्वित किया जा रहा है। इसी कड़ी में पशुधन विकास विभाग द्वारा वर्ष 2013-14 में जशपुर विकासखण्ड के कोमड़ो निवासी श्री प्रवीण मांझी को भ्रमण एवं प्रशिक्षण अंतर्गत शासकीय सूकर पालन प्रक्षेत्र रॉची का भ्रमण कराया गया। श्री मांझी द्वारा सूकर पालन से संबंधित आवश्यक जानकारी प्राप्त कर उक्त प्रक्षेत्र से उन्नत नस्ल (कृष्णा शायर) के दो मादा एवं एक नर सूकर 20 हजार रूपये में क्रय कर पालन पोषण किया गया एवं दो वर्ष पश्चात् वर्ष 2016 से प्रत्येक वर्ष उत्पन्न सूकर संतति के विक्रय से लगभग 4 से 5 लाख रूपये शुद्ध आमदनी प्राप्त हो रही है।
वर्तमान में इनके पास दो से तीन माह उम्र के 35 सूकर 5 माह उम्र के 11 सूकर एक वर्ष उम्र के 5 सूकर दो वर्ष उम्र के 6 सूकर एवं दो से तीन वर्ष उम्र के 2 सूकर उपलब्ध है। जिनकी कुल वर्तमान कीमत लगभग 8 लाख 96 हजार रूपये है। विभागीय व्यक्तिमूलक योजना के कुछ हितग्राहियों द्वारा विगत वर्षों में सूकरत्रयी इकाई सूकर पालक से क्रय किये गये है। पशु पालक को सूकर पालन व्यवसाय से स्व रोजगार प्राप्त हुआ है। जिससे इनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है। प्राप्त आमदनी से इनके द्वारा एक आटो रिक्शा, डी.जे. सांउड सिस्टम, किराना दुकान, दो कमरे का मकान तैयार किया गया है। पशुधन विकास विभाग के द्वारा हितग्राही को सत्त मार्गदर्शन, पशु उपचार, टीकाकरण सुविधा समय-समय पर प्रदाय किया जा रहा है। इसके लिए श्री मांझी ने छत्तीसगढ़ शासन और जिला प्रशासन को धन्यवाद दिया है।