भोपाल। प्रदेश के रीवा जिले से जहां सेमरिया विधानसभा के पूर्व विधायक के पी त्रिपाठी द्वारा उदित इंफ्रा केप पर गंभीर आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग को लेकर मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है गया है। पत्र के माध्यम से मांग की गई है कि रीवा जिले मे उदित इन्फ्रा केप द्वारा वर्ष 2020-21 से वर्ष 2023-24 तक भण्डारित गेहू को अन्यत्र बेचकर इसी भण्डारित गेहू की फर्जी नीलामी कराने के आरोपी के विरुद्ध अपराध पंजीकृत कर राशि वसूली कराए।
रीवा जिला अंतर्गत उदित इन्फ्रा केप द्वारा वर्ष 2020-21 से 2023-24 तक गेंहूँ का भंडारण कराया गया था। उदित इन्फ्रा केप द्वारा भंडारित गेंहूँ का उचित ढंग से रख रखाव नहीं कराए जाने के कारण 31724 क्विंटल जो कि 7 करोड़ 93 लाख के लगभग कीमत का गेंहू खराब हुआ है।
खराब गेंहू की नीलामी का लिया निर्णय :
खाद्य विभाग द्वारा पत्र क्रमांक 1569 दिनांक 27-06-2024 से उक्त खराब हुए गेंहू की नीलामी कराए जाने का निर्णय लिया गया है। उदित इन्फ्रा केप द्वारा भंडारित गेंहूँ का उचित ढंग से रख रखाव नहीं करने के कारण खराब हुए गेंहू 31724 क्विंटल की जिसकी कीमत 2500/- रुपए प्रति क्विंटल के मान से 7 करोड 93 लाख रुपए का शासन को आर्थिक क्षति पहुंची है।
खाद्य विभाग ने नही की बसूली :
खाद्य विभाग की ओर से उक्त केप से उक्त खाद्यान्न की न तो वसूली की गई है और ना ही उसके खिलाफ कोई कार्यवाही की गई है जो कि पूर्णतः गलत है। उक्त गेहूँ शासन की सम्पत्ति थी जिसे प्रधानमंत्री की महत्वपूर्ण योजना के तहत गरीबो को खाद्यान्न वितरण के लिए रखा गया था। जिसे उदित इन्फ्रा केप द्वारा जानबूझकर खराब किया गया है और भंडारित गेहूँ मे से बहुत अधिक मात्रा में हेराफेरी की गई है।
इसी हेराफेरी में लीपापोती करने के लिए नीलामी की कार्रवाई की जा रही है। उदित इन्फ्रा केप में भंडारित गेहूँ की जांच कराकर उनके द्वारा खराब किए गए गेंहू 31724.14 क्विंटल की तत्काल वसूली कराकर उनके विरूद्ध आपराधिक प्रकरण दर्ज कराए जाने की मांग सेमरिया भाजपा पार्टी के पूर्व विधायक केपी त्रिपाठी द्वारा की गई है।