आखिर ये 99 परीक्षार्थी कौन है? क्या यह वही है सरकार के चहेते होने के कारण जिन का चयन किया जाना था? – संजय श्रीवास्तव

रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के सरगुजा संभाग प्रभारी संजय श्रीवास्तव ने पत्रकार वार्ता लेकर आरोप लगाया है कि प्रदेश सरकार के खजाने का जो पैसा बेरोजगार युवाओं के खाते में जाना था वह पूरा पैसा राजीव मितान क्लब के नाम पर सिर्फ कांग्रेस के युवा कार्यकर्ताओं पर लुटाया जा रहा है। यह कांग्रेस का राजनीतिक षड्यंत्र है। शुक्रवार को एकात्म परिसर में पत्रकारों से चर्चा करते हुए श्री श्रीवास्तव ने कहा कि प्रदेश सरकार ने अपने शासनकाल में युवाओं के साथ बेरोजगारी भत्ता और रोजगार के नाम पर छलावा ही किया।

भाजपा सरगुजा संभाग प्रभारी श्री श्रीवास्तव ने कहा कि अब शिक्षक भर्ती में अनियमितता करके प्रदेश के हजारों अभ्यर्थी युवाओं के साथ अन्याय किया है। पीएससी घोटाला,व्यापम, पुलिस भर्ती में अनियमितता जैसे विषयों का जिक्र करते हुए श्री श्रीवास्तव ने शिक्षक भर्ती अनियमितता के संबंध में बताया कि प्रदेश के आदिवासी बहुल बस्तर व सरगुजा संभाग के युवाओं को भर्ती के नियमों की छूट का लाभ नहीं दिया गया आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र के लिए 12,489 शिक्षकों की भर्ती के लिए 4 मई 2023 को विज्ञापन निकाला गया। यह विज्ञापन बस्तर व सरगुजा के लिए निकला था और इन भर्ती परीक्षाओं के विषयों को समाप्त कर दिया गया। इस तरह विज्ञान विषय के लिए कला संकाय का अभ्यर्थी भी आवेदन कर सकता था।

श्री श्रीवास्तव ने शासन प्रशासन से जानना चाहा कि कला संकाय से स्नातक या स्नातकोत्तर अभ्यर्थी विज्ञान के विषय किस तरह पढ़ा पाएगा? आश्चर्य है कि जब विज्ञापन जारी हुआ तब इस तरह की कोई व्यवस्था या नियम नहीं था कि विषय की बाध्यता समाप्त कर दी जाए। सरकार इस तरह युवाओं के साथ खेल कर रही है। यह सीधे छत्तीसगढ़ के भविष्य के साथ खिलवाड़ है।

भाजपा सरगुजा संभाग प्रभारी श्री श्रीवास्तव ने कहा कि 12,489 पदों के लिए परीक्षाएं 10 जून को हुई और 2 जुलाई को परीक्षा परिणाम घोषित हुए तब तक विषय वार व्यवस्था थी। लेकिन 6 जुलाई को मंत्रिपरिषद ने विषयवार व्यवस्था को समाप्त करने का निर्णय लिया। ऐसा यह पहली बार हुआ यह निर्णय 11 जुलाई को राजपत्र में प्रकाशित हुआ। श्री श्रीवास्तव ने कहा कि सरकार को ऐसा कोई निर्णय पहले सबको विश्वास में लेकर करना था, हालांकि देशभर में ऐसी कोई मिसाल देखने को नहीं मिलती। इस तरह भर्ती कभी नहीं हुई। श्री श्रीवास्तव ने प्रदेश सरकार को बेहोशी की हालत में काम करने वाली बताते हुए कहा कि जब यह परीक्षा तब उसमें 1,46,176 परीक्षार्थी उसमें सम्मिलित हुए थे और परिणाम जब घोषित हुए तो यह संख्या 1,46,275 हो गई । 99 अधिक परीक्षार्थियों का परिणाम घोषित हुआ। आखिर ये 99 परीक्षार्थी कौन है? क्या यह वही है सरकार के चहेते होने के कारण जिन का चयन किया जाना था? श्री श्रीवास्तव ने कहा कि यह पूरी तरह से भर्ती के नाम पर फर्जीवाड़ा है।

भाजपा सरगुजा संभाग प्रभारी श्री श्रीवास्तव ने यह भी बताया कि जब यह परीक्षा होगी तो उसमें जितने प्रश्न पूछे गए थे उसकी तो आंसर शीट घोषित हुई इसमें 15 से 20 प्रश्नों का उत्तर ही गलत पाया। इससे जिस परीक्षार्थी ने प्रश्न पत्र सही हल किया उसे इस आंसर शीट के आधार पर गलत बताकर मूल्यांकन किया गया और परिणाम प्रभावित हुआ। श्री श्रीवास्तव ने कहा कि जो सरकार युवाओं को अवसर नहीं दे पाई, युवाओं को रोजगार नहीं दे पाई, वह सरकार अब पात्र व योग्य अभ्यर्थियों के साथ मजाक कर रही है। शासन-प्रशासन इन गलतियों की सुनवाई तक नहीं कर रहा है। प्रदेश कांग्रेस ने 2018 में जो षड्यंत्र सत्ता में आने के लिए रचा वह अभी तक जारी है। प्रेस वार्ता में मीडिया सह प्रभारी अनुराग अग्रवाल व अभ्यार्थी भी उपस्थित थे।

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